- वादी ने अधिवक्ता के खिलाफ जबरन रजिस्ट्री कराने का मुकदमा दर्ज कराया है
KANPUR : कचहरी में दरोगा को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने के 24 घंटे बाद वकीलों ने फिर गुंडई दिखाई। पेशी पर एक वादी को घसीट कर पीटने का प्रयास किया। फोर्स के आ जाने से वकीलों के मंसूबे सफल नहीं हुए।
मामले के बारे में बता दें कि रिजर्व बैंक के रिटायर्ड एजीएम शालिगराम जायसवाल वर्तमान में बर्रा 6 में रहते हैं। साल 2012 में उन्होंने अधिवक्ता आशुतोष कटियार के खिलाफ मुकदमा लिखाया था कि उनकी पत्नी को बंधक बना कर मकान की जबरिया रजिस्ट्री करा ली गई। मामले में अधिवक्ता जेल भी भेजे गए। जेल से लौटने के बाद वकील आशुतोष ने शालिगराम के खिलाफ गोली मार कर घायल कर देने का मामला दर्ज कराया। मामले में शालिगराम को हाईकोर्ट से जमानत मिली है। इसी मामले में एसीएमएम-3 कोर्ट से उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारण्ट जारी हो गया।
पुलिस ने वादी को बचाया
बुधवार को वे वारंट के आधार पर शालिगराम अपने वकील के साथ अदालत में हाजिर हुए। अदालत से बाहर निकलने पर वकील आशुतोष के कई साथी वकीलों ने शालिगराम को पकड़ लिया। इसी बीच फोर्स आ गई और शालिगराम को किसी तरह बचाया। इसके बावजूद वकील छीना झपटी करते हुए उन्हें खींचने का प्रयास किया। काफी देर बाद पुलिस शालिगराम को कचहरी से निकाल कर उनके घर छोड़ने गई।