-बारासिरोही नहर के पास मिली डेडबॉडी, पति से अलग चौबेपुर मायके में रहती थी, किदवईनगर में एक कपंनी में करती थी एकाउंटेंट का जॉब

-मंडे शाम ऑफिस से घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी, मोबाइल की लोकेशन से बेहद करीब तक पहुंच गई थी पुलिस

KANPUR: किदवईनगर में लापता महिला अकाउंटेंट की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव ट्यूजडे तड़के बारासिरोही नहर के पास खाली प्लॉट पर पड़ा मिला। उसका मोबाइल फोन, जेवर समेत सारा सामान सुरक्षित मिला है। इससे साफ है कि लूट के इरादे से महिला की हत्या नहीं की गई है। पुलिस को वारदात में किसी करीबी का हाथ होने का शक है। मंडे रात सिर्फ 24 मिनट महिला का मोबाइल फोन स्विच ऑफ रहा है। पुलिस को इसी दौरान हत्या किए जाने का शक है। पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर जांच कर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया।

सीआरपीएफ में है पति

चौबेपुर तातियागंज निवासी राम प्रकाश का ट्रांसपोर्ट का काम है। उनकी बेटी अराधना (35) की शादी 2003 में मैथा निवासी सीआरपीएफ जवान धर्मेद्र गौतम से हुई थी। उनके दो बच्चे अभय और सुप्रिया हैं। करीब आठ साल पहले धर्मेद्र से अनबन होने पर अराधना बच्चों के साथ मायके में रहने लगी थी। साथ ही उसने पति के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा भी दाखिल कर दिया था। बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए वह तीन साल से किदवईनगर स्थित जैन ट्रेडर्स में एकाउंटेंट का जॉब कर रही थी। वह रोज की तरह मंडे को ऑफिस गई थी, लेकिन देर शाम तक घर नहीं पहुंची।

बेहद करीब पहुंच गइर् थी पुलिस

काफी तलाश करने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। किदवईनगर नगर इंस्पेक्टर ने अराधना का पता लगाने के लिए मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो उसकी लोकेशन बारासिरोही के पास मिली। इंस्पेक्टर परिजनों के साथ बारासिरोही उसको ढूंढने पहुंच गए। वे लोग देर रात 3 बजे तक अराधना की तलाश करते रहे, लेकिन उसका कुछ पता न चलने पर वे वापस लौट गए। सुबह इलाकाई लोगों ने जब शव को देखकर कल्याणपुर पुलिस को जानकारी दी तो कल्याणपुर इंस्पेक्टर ने किदवईनगर पुलिस को शव मिलने के बारे में बताया।

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9 बजे स्विच ऑफ, 9.24 पर ऑन

गुमशुदगी की तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने अराधना के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाए था। इस दौरान अराधना ने कोई फोन रिसीव नहीं किया। उसकी लोकेशन लगातार बारासिरोही पर ही मिल गई थी। इस बीच रात को 9 बजे उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया और 9.24 बजे दोबारा ऑन हो गया। पुलिस का मानना है कि हत्यारों ने इसी 24 मिनट में वारदात को अंजाम दिया है।

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बचने के किया संघर्ष

पुलिस पहले मान रही थी कि अराधना की हत्या करने के बाद शव को यहां लाकर फेंका गया है, लेकिन जब फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल की गहनता से जांच की तो शव से कुछ दूरी पर अराधना की टूटी चूडि़यां और कान का टॉप्स मिला गया है। इन परिस्थितियों से पता चलता है कि अराधना की घटनास्थल पर ही हत्या की गई है। उसने बचने के लिए हत्यारों के साथ संघर्ष भी किया था। तभी उसकी चूडि़यां टूट गई थीं।

कंपनी मालिक ने झूठ क्यों बोला

पुलिस अराधना की तलाश करने उसके ऑफिस गई तो कंपनी कर्मचारी और मालिक ने बताया कि वह शाम को 6.30 बजे ऑफिस से निकली थी। जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को चेक किया तो पता चला कि अराधना दोपहर 3.30 बजे ऑफिस से निकली थी। परिजनों का कहना है कि कंपनी मालिक ने झूठ क्यों बोला। इससे उनको कंपनी मालिक पर भी शक है।

पति और दोस्त भी राडार में

परिजनों ने पति पर हत्या करने या करवाने का शक जताया है। इसके अलावा पुलिस को अराधना की सीडीआर से एक दोस्त का नंबर मिला है। इससे ये दोनों भी पुलिस के राडार पर आ गए है। इंस्पेक्टर का कहना है कि कुछ क्लू हाथ लगे हैं। जल्द ही हत्यारोपी को पकड़ लिया जाएगा।