कानपुर(ब्यूरो)। सेंट्रल गर्वनमेंट के कर्मचारियों और पेंशनर्स को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए शहर में सीजीएचएस(सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ सर्विसेस)की 9 डिस्पेंसरी चल रही हैं। लेकिन, डॉक्टर्स की भारी कमी से पेशेंट्स को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। हालात ऐसे हैं कि 9 डिस्पेंसरी में सिर्फ 7 स्थायी डॉक्टर हैं, जबकि डॉक्टर्स के 41 पद स्वीकृत हैं। डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए संविदा पर 11 डाक्टर रखे गए। लेकिन इनमें से भी चार के तबादले बाहर कर दिए गए। ऐसे में शहर और आसपास जिलों के हजारों पेंशनरों को भटकना पड़ रहा है।
बस रेफर कर देते
रक्षा लेखा विभाग से रिटायर्ड 75 वर्षीय आरपी मिश्रा सांस की बीमारी से पीडि़त हैं। उनका इलाज सीजीएचएस की साकेत नगर स्थित डिस्पेंसरी में चलता है। डिस्पेंसरी में एक भी स्पेशलिस्ट नहीं है। वहां जाते ही उन्हें डाक्टर सरकारी अस्पताल के लिए रेफर कर देते हैं। इसी तरह बारादेवी निवासी बीपी श्रीवास्तव भी रक्षा विभाग से रिटायर्ड हैं। उनकी पत्नी डायबिटीज, ब्लड प्रेशर व हार्ट की प्रॉब्लम से पीडि़त हैं। इलाज के लिए सीजीएचएस की एक डिस्पेंसरी से दूसरी डिस्पेंसरी भटकते रहते हैं फिर भी इलाज नहीं मिलता है।
ओपीडी भी नहीं चल पा रही
सिटी में संचालित नौ डिस्पेंसरी में महज 18 डाक्टर ही तैनात हैं। डिस्पेंसरी में डाक्टरों की ओपीडी भी ठीक से नहीं चल पा रही है। सिर्फ पेंशनर्स को रेफर करने का काम चलता है। इसको लेकर कई बार लिखा-पढ़ी की गई है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।
यहां हैं डिस्पेंसरी
रक्षा विहार श्याम नगर, खपरा मोहाल, सिविल लाइंस, आजाद नगर, आरके नगर, पांडु नगर, साकेत नगर, केंद्रांचल नौबस्ता
आंकड़े
- 26,000 पेंशनर्स के पास सीजीएचएस कार्ड
- 15,000 केंद्रीय कर्मचारियों भी इन पर आश्रित
- 90,000 कुल लाभार्थी हैं सीजीएचएस के
- 41 डॉक्टर्स के पद स्वीकृत हैं 9 डिस्पेंसरी में
- 18 डॉक्टर्स वर्तमान में, 11 संविदा पर
डिस्पेंसरीज में स्पेशलिस्ट तो छोडि़ए सामान्य डाक्टर तक नहीं हैं। पेंशनर्स की समस्या से अपर निदेशक से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लगातार अवगत करा रहे हैं। उसके बावजूद समस्या के समाधान के लिए प्रयास नहीं हो रहे हैं। बीमार व लाचार बुजुर्ग भटकने को मजबूर हैं।
आनंद अवस्थी, महामंत्री, पेंशनर्स फोरम
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कुछ डाक्टरों की शिकायतें थीं, जिस पर उनका ट्रांसफर किया गया है। इस वजह से डाक्टरों की कमी है, लेकिन ओपीडी में मरीजों के हिसाब से डाक्टरों की तैनाती की गई है। रतनलाल नगर की पालीक्लीनिक में फिजीशियन से लेकर बच्चों के डाक्टर हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने शीघ्र डाक्टरों की भर्ती करने का आश्वासन दिया है।
- डा। किरन ङ्क्षसह, अपर निदेशक, सीजीएचएस