- मंडे को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

- जेल में आने के बाद से ही खराब थी तबीयत

KANPUR : अर्मापुर में ओईएफ कर्मी के बेटे धीरज की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मामले में किरन और सोनू पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। हत्या के पीछे आशनाई और वर्चस्व की बात सामने आई थी। जेल में बंद किरन की तबीयत बिगड़ी तो उसे उर्सला में भर्ती कराया गया था। जहां से डॉक्टरों ने उसे 4 जून को हैलट रेफर किया था। संडे सुबह इलाज के दौरान किरन की मौत हो गई। मंडे को उर्सला अस्पताल के डॉ। वीकेएस कटियार और डॉ। मुन्नालाल ने पोस्टमार्टम किया। जिसमें हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई।

26 मार्च को किया गया मर्डर

अर्मापुर नहर पुल के पास 26 मार्च की रात ओईएफ कर्मी के बेटे धीरज गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में धीरज का एक साथी गंभीर रूप से घायल हो गया था। मामले की जांच के बाद पुलिस ने इलाके में रहने वाली युवती किरन और उसके साथी सोनू को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जेल अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि जिला जेल में आने के बाद से ही किरन के पीठ और रीढ़ की हड्डी में दिक्कत थी। फार्मासिस्ट संजय के मुताबिक किरन काफी कमजोर थी और हीमोग्लोबिन भी काफी कम था।