- खराब लाइफस्टाइल, डायबिटीज, बीपी की प्रॉब्लम के साथ अंधाधुंध पेन किलर खराब कर रही किडनी

- सिटी में डायलिसिस कराने वाले पेशेंट्स की संख्या में लगातार हो रही है बढ़ोत्तरी, कम उम्र के लोगें में भी समस्या

KANPUR: व‌र्ल्ड किडनी डे के मौके पर किडनी से जुड़ी बीमारियों को लेकर लगातार बात हो रही है। इन सबके बीच कानपुर में भी किडनी की समस्या से जुड़े पेशेंट्स बढ़े हैं। इसकी बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल, डायबिटीज और बीपी की प्रॉब्लम के साथ पेन किलर दवाओं का अंधाधुंध इस्तेमाल भी है। सिटी में स्थित प्राइवेट और सरकारी डायलिसिस यूनिटों में डायलिसिस कराने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। डॉक्टर्स का कहना है कम उम्र के लोगों में भी अब किडनी की समस्याएं सामने आ रही हैं।

रोज ख्00 से ज्यादा की डायलिसिस

सिटी में एक दर्जन के करीब प्राइवेट हॉस्पिटल्स में डायलिसिस की फैसेलिटी है। इसके अलावा एलएलआर हॉस्पिटल और उर्सला अस्पताल में भी डायलिसिस यूनिटें हैं। सिर्फ उर्सला अस्पताल की क्0 बेड की डायलिसिस यूनिट में ही रोज क्0 से क्क् किडनी पेशेंट्स की डायलिसिस होती है। डायलिसिस यूनिट के मैनेजर अनुपम राजहंस ने जानकारी दी कि यूनिट में अभी म्फ् पेशेंट्स की डायलिसिस होती है। वहीं प्राइवेट डायलिसिस यूनिट्स को मिला दे तो रोज ख्00 से ज्यादा किडनी पेशेंट्स को डायलिसिस की जरूरत पड़ती है।

किडनी कैसे हाेती खराब-

- ज्यादा सिगरेट शराब पीने से

- अनकंट्रोल्ड डायबिटीज और बीपी की प्रॉब्लम होने पर

- ज्यादा मसालेदार और तलाभुना खाना खाने से

- पेन किलर और एंटीबायोटिक ड्रग्स के अंधाधुंध इस्तेमाल से

कैसे पहचाने किडनी हो रही खराब

- यूरिन में ब्लड आना

- यूरिन करने के दौरान जलन होना और बार बार आना

-पैरों व आँखों में सूजन आना

- जल्दी थकान महसूस होना

- ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होना

- यूरिन की मात्रा का कम हो जाना

किडनी कैसे रहेगी सही-

- डेली एक्सरसाइज करें।

- रोजाना तीन से चार लीटर तक पानी पिएं

- सिगरेट और एल्कोहल यूज करने करने से बचे

- रोज हेल्दी डायट ले, फास्ट फूड खाने से बचे

- खाने में नमक की मात्रा कम रखे

- अनावश्यक पेन किलर दवाएं खाने से बचे।

- बीपी और शुगर को कंट्रोल रखे

- फ्भ् वर्ष की उम्र के बाद ब्लड और यूरिन की जाँच अवश्य कराएं

ख्ब् घंटे होगी डायलिसिस

एलएलआर हॉस्पिटल के इंस्टीटयूट ऑफ मेडिसिन में क्0 बेड की नई डायलिसिस यूनिट बनाने का प्रपोजल जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से शासन को भेजा गया है.अभी यहां सिर्फ देा से तीन डायलिसिस मशीनें हैं। जेाकि सुबह से दोपहर तक ही चलती है। जिसमें सिर्फ फ् से ब् लोगों की ही डायलिसिस हो पाती है। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ। आरबी कमल ने जानकारी दी कि नई डायलिसिस यूनिट ख्ब् घंटे चलेगी। जिससे डायलिसिस कराने वाले किडनी पेशेंट्स को बड़ी राहत मिलेगी।