कानपुर (ब्यूरो) क्रिमिनल्स की तरह हुई इस मारपीट ने आउटर पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। मामला गुरुवार की रात का है। घाटमपुर सर्किल क्षेत्र के साढ़ थाने के भीतरगांव चौकी में कांस्टेबल जयवीर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि भीतरगांव चौकी इंचार्ज उसे प्रताडि़त करते हैं। गुरुवार की रात भीतरगांव कस्बे में वह नाइट पेट्रोलिंग पर था। ड्यूटी पर होने के बावजूद उसे गैरहाजिर दिखा दिया गया। इस पर जयवीर ने साढ़ थाने के वाट्सएप ग्रुप पर मैसेज डालकर इसकी शिकायत कर दी। सिपाही ने लोकेशन के साथ ड्यूटी पर होने का दावा भी किया।

दोनों पक्षों की सुनी जाएगी
जयवीर का आरोप है कि मैसेज डालने के बाद साढ़ थानाध्यक्ष ने उसे थाने में बुलाया। थाने के 3 हेड मोहर्रिर और एक कांस्टेबल ने यहां उसकी जमकर पिटाई कर दी। सिपाही ने भीतरगांव चौकी इंचार्ज समेत थाने में तैनात सिपाहियों पर जान से मारने के प्रयास का आरोप लगाया है.घाटमपुर सीओ तेज बहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ये था पूरा मामला
जयवीर ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि गुरुवार रात करीब 12 बजे वह साढ़ चौराहे पर गश्त में तैनात थे। इसी दौरान थाने में तैनात दीवान और सिपाही वहां से निकले। उन्होंने थाने में फोन करके बोल दिया कि जयवीर गश्त में तैनात नहीं है, जिसकी रिपोर्ट लिखें। इस पर उन्होंने विरोध किया। इसके बाद जब वो थाने पहुंचे तो उन्हीं आरोपी पुलिसवालों ने थाना परिसर के अंदर ही उनसे मारपीट की। मामले में उन्होंने इंस्पेक्टर को तहरीर भी दी है, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके साथ ही गुरुवार सुबह साढ़े 11 बजे उसे लाइन हाजिर कर दिया गया।

मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे
वायरल हो रहे वाट्सएप के स्क्रीन शॉट में मारपीट होने का जिक्र है। एक संदेश में लिखा है कि बड़ा पंगा हो गया। साथ ही यह भी लिखा है कि अगर मेरी मौत होती है तो उसका जिम्मेदार साढ़ थाने में तैनात हेड मुहर्रिर महेंद्र सिंह, अवधेश सिंह, रामेवक पाल, दारोगा अजय गंगवार और सिपाही जुबेर होंगे। ये लोग मुझे मरवा देना चाहते हैं। अपराधियों की तरह पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट की इस वारदात ने खाकी की अनुशासनहीनता को सामने ला दिया है। बड़ी बात ये है कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अधिकारी भी कुछ कहने से बच रहे हैैं।