कानपुर (ब्यूरो)। पॉवर टैरिफ हाइक से पहले बिजली का एक और झटका लगने वाला है। गर्मी से बचने के लिए एक साथ कई एसी-कूलर आदि चलाकर केस्को के सिस्टम को ओवरलोड करने वालों का कांट्रैक्ट लोड (फिक्स्ड चार्ज) बढ़ेगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई। इसके लिए कन्ज्यूमर्स के तीन महीने की पॉवर डिमांड(लोड) चेक की जा रही है। केस्को इम्प्लाइज के मुताबिक ऐसे कन्ज्यूमर्स की संख्या हजारों में है जो कि कांट्रैक्ट लोड बढ़ाए जाने के दायरे में आ रहे हैं। डिमांड के मुताबिक इनका फिक्स्ड चार्ज बढ़ेगा, साथ ही सिस्टम लोडिंग चार्ज भी भरना पड़ेगा।
रिकार्डतोड़ पॉवर डिमांड
ऑफिसर्स के मुताबिक इस वर्ष मई-जून में पॉवर की जबरदस्त डिमांड रही, मैक्सिमम पॉवर लोड 756 मेगावॉट तक पहुंच गया। केस्को की हिस्ट्री में पहले कभी इतनी अधिक पॉवर की डिमांड नहीं रही है। हालांकि, जबरदस्त गर्मी के कारण पॉवर की डिमांड बढऩे का सिलसिला मार्च में ही बढ़ गया था। पिछले वर्ष की तुलना इस साल मार्च में लगभग 82 मेगावॉट पॉवर की डिमांड अधिक रही। वहीं अप्रैल में यह अंतर 136 मेगावॉट और मई में 145 मेगावॉट पहुंच गया।
नहीं मिली कोई राहत
केस्को इम्प्लाइज के मुताबिक पिछले वर्षो में अप्रैल-मई में जब अधिक गर्मी पड़ती थी तो आंधी- बारिश भी आया करती थी। इसके बाद कई दिनों तक लोगों को गर्मी से राहत मिल जाती थी। इसी वजह से पॉवर की डिमांड अप्रैल व मई में पॉवर की डिमांड 600 मेगावॉट से कम रहती थी। इस वर्ष ऐसा नहीं हुआ। एक बार ही आंधी आई। इसी वजह से इस अप्रैल में ही पॉवर की डिमांड 700 मेगावॉट के पास और मई में एक नया रिकार्ड बनाते हुए 723 मेगावॉट तक पहुंच गई।
रेजीडेंशियल में अधिक
सिटी में 6.70 लाख इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन हैं। इनमें से 5.50 लाख के करीब डोमेस्टिक कन्ज्यूमर हैंं, इसके साथ ही लगभग 85 हजार कॉमर्शियल कनेक्शन हैं। अन्य कनेक्शंस में इंडस्ट्रियल, स्ट्रीट लाइट, इंस्टीट्यूशंस, वाटर वक्र्स आदि शामिल हैं। केस्को ऑफिसर्स के मुताबिक जबरदस्त गर्मी की वजह से लोगों के लिए बिजली के बगैर एक पल भी रहना मुश्किल रहा। सबसे अधिक पॉवर की डिमांड घरों में हुई।
यूपीपीसीएल ने भी दिए निर्देश
गर्मी से बचने के लिए लोगों को दिनभर एसी, कूलर व पंखे चलाने पड़े। एक साथ कई एसी, पंखे से की वजह कनेक्शन लोड से अधिक पॉवर डिमांड रही है। बावजूद इसके लोगों ने कनेक्शन (कांट्रैक्ट )लोड नहीं बढ़वाया। इसी वजह से केस्को ने कांट्रैक्ट लोड से अधिक पॉवर डिमांड वाले कन्ज्यूमर्स का डेटा चेक करना शुरू कर दिया है। बिलिंग के दौरान पॉवर की डिमांड भी फीड की जाती है। उनके मुताबिक यूपीपीसीएल ने भी इसके लिए निर्देश जारी किए हैं।
लोडिंग चार्ज भी देना होगा
मार्च, अप्रैल, मई के अलावा जून की भी डिमांड चेक की जा रही है। जिन कन्ज्यूमर्स के लोड लगातार तीन महीने अधिक पाए जाएंगे। उनका ही कनेक्शन लोड बढ़ाया जाएगा। लोड वृद्धि का निर्धारित सिस्टम लोडिंग चार्ज भी बिल में जोड़ा जाएगा। फिर नए बिल नए कांट्रैक्ट लोड के मुताबिक जारी किए जाएंगे। केस्को के डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले वर्षो की तुलना में इस साल पॉवर लोड काफी अधिक रहा है। गर्मी की वजह से पॉवर की डिमांड अभी भी अधिक बनी हुई है। लगातार तीन महीने अधिक लोड मिलने पर कनेक्शन लोड बढ़ाया जाएगा।
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गर्मी में यूं रही पॉवर डिमांड
मंथ-- मैक्सिमम लोड
जून,2022-- 756
जून,2021--703
मई,2022-- 723
मई, 2021-- 578
अप्रैल,2022-- 684
अप्रैल,2021--548
मार्च,2022-- 592
मार्च,2021-- 510
फरवरी,2022-- 488
फरवरी,2021-- 475
जनवरी,2022-- 552
जनवरी,2021-- 505
(डेटा केस्को की रिपोर्ट के मुताबिक और पॉवर लोड मेगावॉट में है)
फिक्स्ड चार्ज
डोमेस्टिक (लाइट एंड फैन)
110 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह
लाइफ लाइन
50 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह
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सिंगल प्वाइंट बल्क लोड
110 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति महीना
नॉन डोमेस्टिक
330 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह (2 किलोवाट तक)
390 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह (3 व 4 किलोवॉट)
450 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह( 4 किलोवाटर से ऊपर)
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पब्लिक इंस्टीट्यूशंस
330 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह
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प्राइवेट इस्टीट्यूशंस
350 रुपए प्रति किलोवॉट प्रति माह
400 रुपए प्रति किालेवाट प्रति माह(3 किवॉ से ज्यादा)