कानपुर(ब्यूरो)। एंटी करप्शन टीम ने किदवई नगर के-ब्लॉक सबस्टेशन में छापा मारकर 5 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए जूनियर इंजीनियर को रंगे हाथ दबोच लिया। टीम उसे गिरफ्तार कर नौबस्ता थाने ले गई, जहां पूछताछ की जा रही है। बिजली बिल का बकाया खत्म करने के नाम पर कंज्यूमर से 20 हजार रुपए की मांग की थी। कंज्यूमर की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने एक्शन लेते हुए आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। केस्को एमडी ने आरोपी जेई को निलंबित कर दिया है।
20 हजार रुपये मांगे थे
साकेत नगर निवासी सुधीर द्विवेदी का ङ्क्षप्रङ्क्षटग प्रेस है। उन्होंने बताया कि घर के पास ही उनका एक और मकान है जो बंद पड़ा है। एक अगस्त 2020 में उन्होंने आखिरी बिल यूनिट के आधार पर 291 रुपये दिया था। उसके बाद से घर पर आरडीएफ पर बिल आने लगा। उन्होंने किदवई नगर के ब्लाक स्थित सब स्टेशन पर अधिकारी से मीटर की रीङ्क्षडग आधार पर बिल भेजने का प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन उसके बाद फिर अगस्त 2021 को 5353 रुपए का बिल आ गया। सितंबर में 5612 रुपए का बकाया बिल की पर्ची देकर मीटर और बिजली के खंभे से केबिल काट कर ले गए। इसके बाद उन्होंने जेई एके मिश्रा को परमानेंट डिस्कनेक्शन के लिए अप्लीकेशन दी। कई चक्कर लगाने के बाद भी जेई ने पूरा बिल खत्म करने करने के लिए 20 हजार की मांग की।
नोटों पर लगा था केमिकल
रिश्वत न देने पर 15 जून 2023 को लाल पर्ची डाक से भेजकर 55205 रुपये का भुगतान करने को कहा गया। इस पर सुधीर ने जेई के खिलाफ एंटी करप्शन में शिकायत की। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक जटा शंकर ङ्क्षसह के कहने पर वह जेई को 20 हजार रुपये देने को तैयार हुए। एडवांस के पांच हजार रुपये लेकर फ्राईडे को सबस्टेशन पहुंचे थे। टीम ने उन नोटों पर केमिकल लगा रखा था। सब स्टेशन पर पहुंचने पर जेई ने अपने संविदा कर्मचारी लाइनमैन मो। नासिर के हाथों रुपये लिए। कर्मचारी ने जैसे ही सुधीर से रुपये लेकर उन्हें दिए। टीम ने उसे पकड़ लिया। नासिर को भी हिरासत में ले लिया गया। नौबस्ता थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि टीम के अधिकारी जेई से पूछताछ कर रहे हैं। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।