कानपुर(ब्यूरो)। कानपुराइट्स के लिए अच्छी खबर है, उन्हें मेन सिटी में केडीए के रेजीडेंशियल व कॉमर्शियल प्लॉट व शॉप लेने का मौका मिल सकता है। केडीए के इम्प्लाई अपने फायदे के लिए ये प्रॉपर्टी फाइलों में दबाए बैठे थे। अब तक ऐसे 1500 रेजीडेंशियल व कॉमर्शियल प्लॉट व दुकानें सामने आ चुके हैं। इनकी संख्या और अधिक होने की उम्मीद है। केडीए ऑफिसर्स ने इन प्लाट्स का ई ऑक्शन कराने की तैयारी कर ली है।

सभी जोनों में मिले
दरअसल केडीए ऑफिसर्स अपनी हाउसिंग स्कीम्स में खाली पड़े प्लॉट्स (नहीं बिके) का सर्वे करा रहे हैं। इस सर्वे की रिपोर्ट में अब तक 1500 रेजीडेंशियल व कॉमर्शियल प्लॉट व दुकानें मिली हैं। इनमें 400 के लगभग प्लॉट जोन-2 के शताब्दी नगर, शताब्दी नगर फेज- 1 व 3, पनकी, रामगंगा में हैं। इसी तरह जोन-3 के अर्रा बिनगवां में 111, मौरंग मंडी में 48, इस्पात नगर में 3 ,जरौली में 250, न्यू ट्रांसपोर्ट 180 से अधिक प्लॉट मिल चुके हैं। जोन 4 के किदवई नगर, सुजातगंज, चकेरी आदि में तीन दर्जन प्लॉट रिक्त हैं। वहीं जोन एक सीसामऊ, इन्द्रा नगर, पार्षद नगर, मुखर्जी विहार, अन्नपूर्ण इंक्लेव, चैतन्य विहार, लखनपुर में प्लॉट खाली पड़े हैं। जो अन एलॉटेड है। इसी तरह कैनाल पटरी 4 दर्जन से प्लॉट व दुकानें खाली पड़ी हुई है।

बड़े प्लॉट भी
केडीए इम्प्लाइज के मुताबिक अनएलॉटेड प्लॉट छोटे-बड़े सभी साइज के हैं। ये प्लॉट केवल छोटे साइज के लिए के ही नहीं है। इनमें कई प्लॉट 2 से 4 हजार स्क्वॉयर मीटर एरिया तक के भी हैं। रिक्त पड़े प्लाट्स की लिस्ट सामने आने के बाद केडीए ऑफिसर अब पड़ताल में लगे हुए हैं कि ये प्लॉट अब तक अनएलॉटेड क्यों हैं? क्या कोई विवाद तो नहीं है। इसकी जानकारी के बाद केडीए ऑफिसर्स ने इन प्लॉट्स को एलॉट करने की तैयारी की है। केडीए के सेक्रेटरी शत्रोहन वैश्य ने बताया कि अनएलॉटेड प्लाट्स व अन्य प्रॉपर्टीज की लिस्ट तैयार की जा रही है। इनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा रहा है। जिससे जल्द से जल्द इनका ई-ऑक्शन किया जा सके।