कानपुर (ब्यूरो) विभाग के मुताबिक, कानपुर में औसतन हर महीने 110 करोड़ रुपए की शराब बिक्री होती है। जनवरी महीने में 180 करोड़ और फरवरी में 150 करोड़ से अधिक की शराब बिक्री हो गई। हर महीने के मुकाबले इस बार ज्यादा शराब बिकने के पीछे की वजह चुनावी माहौल माना जा रहा है। इसके अलावा चुनाव आयोग के आदेश पर आबकारी विभाग ने अवैध, नकली, तस्करी समेत वोटिंग के लालच में फ्री में शराब की सप्लाई पर निगरानी रखने के लिए 12 टीमों का गठन किया है। यह टीमें 31 मार्च 2022 तक अलग अलग एरिया में सक्रिय है।
1862.11 करोड़ का टारगेट
अधिकारियों ने बताया कि 2020-21 के फाइनेंसियल ईयर में 1580 करोड़ रुपए टारगेट दिया गया था, जिसमें से 1329 करोड़ रुपए की शराब ब्रिकी हुई थी। वहीं, इस फाइनेंसियल ईयर 2021-22 में 1862.11 करोड़ में से तकरीबन 1400 करोड़ रुपए का टारगेट पूरा कर लिया गया है। हालांकि अभी भी एक महीने का फाइनेंसियल ईयर बाकी है। संभावना है कि इसका टारगेट पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि कानपुर को अलग अलग 13 सेक्टरों में बांटा गया है। इन जगहों पर सबसे अधिक बीयर, अंग्रेजी और फिर देशी शराब की मांग रहती है।
फाइल फैक्ट
- कुल 1400 करोड़ की शराब बिक्री अभी तक हो चुकी है
- 180 करोड़ जनवरी महीने में शराब ब्रिकी
- 150 करोड़ की 25 फरवरी महीने में शराब ब्रिकी हुई
- 130 करोड़ औसतन हर महीने शराब ब्रिकी
- 12 टीमें अवैध व नकली शराब पर रख रही नजर
- 31 मार्च तक टीम के सक्रिय रहने का आदेश