- ऑटोमैटिक सिग्नलिंग का काम पूरा, हाईस्पीड में ट्रेन चलेगी, जल्द ट्रायल रन की हो रही तैयारी
- दिल्ली-गाजियाबाद और कानपुर ट्रैक में पहले ही पूरा हो चुका है ऑटोमैटिक सिग्नलिंग का काम
KANPUR। कानपुर से प्रयागराज पहुंचने में जल्द आपको समय कम लगेगा। मात्र ख् घंटे में ही आप प्रयागराज पहुंच जाएंगे। अभी साढ़े चार घंटे तक लग जाते हैं। दरअसल, कानपुर-प्रयागराज ट्रैक ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस हो चुका है। अब इस ट्रैक पर हाईस्पीड ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। इसके साथ ही दो स्टेशनों के बीच में तीन से चार ट्रेनों का संचालन आसानी से किया जा सकेगा। कानपुर से प्रयागराज तक रेलवे ट्रैक । गौरतलब है कि लगभग दो वर्षो से कानपुर-प्रयागराज रेल ट्रैक का ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस करने का काम चल रहा था। रेलवे जल्द ही ट्रायलरन करेगा। इससे कानपुर-प्रयागराज रूट के लाखों पैसेंजर्स को राहत मिलेगी।
तीन फेस में हो रहा रीजन में काम
प्रयागराज डिवीजन के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि गाजियाबाद से वाया कानपुर-प्रयागराज-पं। दीन दयाल उपाध्याय तक रेल ट्रैक ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस किया जाना है। इसमें फर्स्ट फेज में गाजियाबाद से कानपुर तक रेल ट्रैक को ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस किया जा चुका है। कानपुर से प्रयागराज के बीच ऑटोमैटिक सिग्नल का काम चल रहा था। जो कि पूरा हो गया है। वहीं तीसरे फेज में प्रयागराज से पं। दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन तक काम होना बाकी है।
राइट टाइम लोकेशन पता रहेगी
रेलवे सिग्नलिंग डिपार्टमेंट के इंजीनियर्स के मुताबिक जो रेलवे ट्रैक ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस नहीं हैं। उन रूट में दो स्टेशन के बीच में एक व अधिकतम दो ट्रेन का संचालन किया जाता है। वहीं ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस ट्रैक में दो स्टेशनों के बीच में तीन से चार ट्रेनों का आगे-पीछे संचालन किया जा सकता है। ऑटोमैटिक सिग्नल के माध्यम से राइट टाइम ट्रेन की लोकेशन ऑपरेटिंग डिपार्टमेंट को मिलती रहती है। जिससे सुरक्षित ट्रेनों का संचालन होता है।
देश के व्यस्ततम रूटों में
रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम प्रोजक्ट के तहत गाजियाबाद से पं। दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन तक रूट को ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस करने की मंजूरी मिली थी। इसका मुख्य कारण है कि दिल्ली से वाया कानपुर-पं। दीनदयाल उपाध्याय रेल रूट देश के व्यस्ततम रूटों में एक है। इसमें क्भ्0 परसेंट तक ट्रैफिक लोड नार्मल दिनों में रहता है।
फैक्ट फाइल
- क्ब् वीआइपी ट्रेनों का संचालन इस रूट में
- क्भ्0 परसेंट तक ट्रैफिक लोड नार्मल दिनों में रहता है
- ख्फ्ब् नार्मल पैसेंजर ट्रेनों का संचालन इस रूट में
- 7 लाख पैसेंजर्स का संचालन डेली इस रूट में
- ख् साल से ऑटोमैटिक सिग्नलिंग का काम चल रहा था
- ख्00 किमी कानपुर से प्रयागराज तक ऑटोमैटिक सिग्नल का काम पूरा
कानपुर-प्रयागराज रूट ऑटोमैटिक सिग्नल से लैस हो चुका है। छोटा मोटा काम बचा हुआ है। जिसे निपटाकर जल्द ही इसका ट्रायल किया जाएगा। इस रूट में हाईस्पीड ट्रेनें दौड़ सकेंगी और पैसेंजर्स की जर्नी भी सुरक्षित होगी।
अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज