- पैसेंजर्स ट्रेनों की स्पीड के आगे ब्रेकर नहीं बनेगा गुड्स ट्रेनें, 70 परसेंट गुड्स ट्रेनों का लोड कम होगा
- कानपुर से दिल्ली के बीच पैसेंजर्स ट्रेनें 150 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी
KANPUR: डीएफसी ट्रैक शुरू होने से कानपुर से नई दिल्ली का सफर आसान और तेज भी हो जाएगा। वीआईपी के साथ सुपरफास्ट ट्रेनें भी 4 से 5 घंटे में अपना सफर पूरा कर लेंगी। अभी ये सफर पूरा करने में 6 से 8 घंटे तक लग जाते हैं। डीएफसी शुरू होने से दिल्ली-कानपुर रेलवे ट्रैक से लगभग 70 परसेंट गुड्स ट्रेनों का लोड कम हो जाएगा। इसके बाद कानपुर से दिल्ली के बीच पैसेंजर्स ट्रेनें अधिकतक 150 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ सकेंगी। रेलवे ऑफिसर्स के मुताबिक संभावना जताई जा रही है कि जून 2021 तक रिवर्स शताब्दी व श्रमशक्ति ट्रेनें भी वंदेभारत एक्सप्रेस की तरह चार घंटे में कानपुर से दिल्ली पहुंचाएंगी।
दिसंबर तक दूसरा सेक्शन भी पूरा
रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, भाऊपुर से पं। दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन तक डीएफसी का दूसरा सेक्शन भी दिसंबर 2021 तक खत्म हो जाएगा। जिसके बाद खुर्जा से पं। दीन दयाल उपाध्याय तक गुड्स ट्रेन का रूट ही पूरी तरह से अलग हो जाएगा। दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक में सिर्फ उन गुड्स ट्रेनों को एंट्री दी जाएगी। जिन ट्रेनों में कानपुर, प्रयागराज व भाऊपुर में लोडिंग व अनलोडिंग होनी है।
आंकड़े
- दिल्ली-हावड़ा रूट में डेली पैसेंजर व गुड्स ट्रेनों को मिलाकर 450 से अधिक ट्रेनों का संचालन होता था
- कोरोना काल की वजह से वर्तमान में इस रूट में 110 पैसेंजर ट्रेनों और 110 गुड्स ट्रेनों का संचालन हो रहा है
- 2021 दिसंबर में भाऊपुर से पं। दीन दयाल उपाध्याय तक डीएफसी का काम हो जाएगा पूरा
- 70 परसेंट काम भाऊपुर से पं। दीन दयाल उपाध्याय, सेकेंड सेक्शन में पूरा हो चुका