कानपुर (ब्यूरो)। अमृतसर जलियांवाला बाग एक्सप्रेस में सैटरडे को घंटों एसी नहीं चलने से यात्रियों को पसीना से तर-बतर होना पड़ा। ट्रेन प्रयागराज स्टेशन से ज्यों ही आगे बढ़ी एसी बंद हो गई। ऐसे में बिना वातानुकूलन के सभी डिब्बों में यात्रियों को करीब 200 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ी। एक्सप्रेस ट्रेन जब कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची तो इंजन बदला गया और तब जाकर यात्रियों को गर्मी से निजात मिल सकी। इस दौरान यात्रियों ने नाराजगी जताते हुए हंगामा भी किया।
बी-1 कोच के यात्री ने की शिकायत
सियालदह से अमृतसर जा रही ट्रेन प्रयागराज स्टेशन से आगे बढ़ी, तभी उसके सभी कोचों में एसी ने काम करना बंद कर दिया। बी-1 कोच के सीट संख्या 20 पर बैठे यात्री विवेक ने शिकायत की। ट्रेन का ठहराव सेंट्रल स्टेशन पर होने के कारण 200 किलोमीटर कानपुर पहुंचने तक गर्मी में ही यात्री पसीना-पसीना रहे।
कानपुर पहुंचने के दो घंटे बाद चालू हुआ एसी
सुबह 3.25 बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर ट्रेन पहुंचने के बाद आरपीएफ एसआई हरिश्चंद्र ने यात्री से जानकारी ली। प्रयागराज से एसी के काम नहीं करने के बाद जांच की गई तो पता चला सभी कोचों में एसी ठप है। इस पर दूसरा इंजन लगाया गया, तब कोचों में एसी शुरू हुआ। लगभग दो घंटे बाद 5.12 बजे ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।