कानपुर (ब्यूरो)। समाधान दिवस पर पीडि़तों की शिकायत सुनने वाले अफसर ही गायब मिले। डीएम सैटरडे को फूलबाग स्थित बाल भवन में संपूर्ण समाधान दिवस पर अचानक पहुंच गए। उन्हें मौके पर जनता की सुनवाई में लापरवाही मिली। अलग-अलग विभागों के छह अधिकारियों की गैरमौजूदगी होने पर उनका पारा चढ़ गया। सभी की एक दिन की सैलरी रोकने का आदेश देते हुए उनसे जवाब-तलब किया है।
कंप्लेन का समय से करें निस्तारण
सैटरडे दोपहर डीएम विशाख जी औचक निरीक्षण में पहुंचे तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया। डिप्टी सीएमओ, एई लघु ङ्क्षसचाई, वीडीओ कल्याणपुर, सहायक विकास अधिकारी पंचायत कल्याणपुर व सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण के एक दिन की सैलरी रोक लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम सदर अभिनव गोपाल को दिए। उन्होंने सभी तहसील स्तरीय अधिकारियों से कहा कि जनसामान्य की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण समाधान करना शासन की मूल प्राथमिकता है।
60 मामले आए समाधान दिवस में
समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के त्वरित गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए तीन प्रकरणों की जांच कर वस्तुस्थिति से रात तक अवगत कराने को कहा। एसडीएम ने बताया कि 60 से अधिक मामले समाधान दिवस में आए। इनमें कुछ को मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया। अब लगातार संपूर्ण समाधान दिवस में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों की सूची तैयार की जाएगी, ताकि प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
डीएम ने खुद सुनीं शिकायतें
डीएम विशाख जी निरीक्षण के बाद मौके पर ही स्वयं शिकायतें सुनीं। संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल समस्या हल के निर्देश दिए। इससे शिकायत लेकर पहुंचे लोगों में खुशी नजर आई।