कानपुर (ब्यूरो)। रूमा इंडस्ट्रियल एरिया में जलभराव की समस्या यूपीसीडा दूर करेगा। इसके लिए 18.25 किलोमीटर लंबे ड्रेनेज सिस्टम को अपग्र्रेड करेगा। इसी तरह नैनी, अमौसी, कवि नगर गाजियाबाद और चन्दौली के राम नगर-1 व 2 इंडस्ट्रियल एरिया में वाटर लागिंग की प्रॉब्लम दूर करने के लिए स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम अपग्र्रेड किया जाएगा। कुल मिलाकर करंट फाइनेंशियल ईयर में यूपीसीडा स्टेट के 58 इंडस्ट्रियल एरिया में एनुअल मेंटीनेंस वक्र्स कराएगा। इनमें 920 किलोमीटर लंबा जलनिकासी नेटवर्क और करीब 450 किमी। लंबी रोड्स शामिल हैं।

शासन ने सौंपी जिम्मेदारी

अटल इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के फेज 3 में ड्रेनेज सिस्टम अपग्र्रेड करने और बाढ़ प्रबन्धन के लिए 303 करोड़ आवंटित किए गए। हाल ही में शासन ने 34 इंडस्ट्रियल एरिया में मेंटीनेंस की जिम्मेदारी यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी(यूपीसीडा) को दी है। पहले इन इंडस्ट्रियल एरिया में नगर निगम व अन्य लोकल बॉडी जिम्मेदारी संभालते थे। वैसे भी 55 डिस्ट्रिक्ट के 156 इंडस्ट्रियल एरिया की जिम्मेदारी यूपीसीडा पहले से संभाल रहा है।

मेंटीनेंस वक्र्स की तैयारी

यूपीसीडा ने करंट फाइनेंशियल ईयर में स्टेट के 34 इंडस्ट्रियल एरिया में 43 करोड़ रुपए से मेंटीनेंस वक्र्स प्रपोज्ड किया। यूपीसीडा के मुताबिक पहले से 55 इंडस्ट्रियल इंडस्ट्रियल 39.4 करोड़ रुपए से मेंटीनेंस वक्र्स के लिए एग्र्रीमेंट लागू हैं। इसमें सिविल वक्र्स के 43 एग्र्रीमेंट शामिल हैं। वहीं छह प्रमुख इंडस्ट्रियल एरिया में जलनिकासी सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने 437 करोड़ रुपए पास किए है। यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने बताया कि यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के टारगेट को हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। एनुअल मेंटीनेंस वक्र्स कराकर इंडस्ट्रियल एरियाज की समस्याओं को दूर किया जा रहा है।