कानपुर (ब्यूरो)। छठ से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक रेलयात्रियों को स्टेशन और ट्रेनों में शाकाहारी नाश्ता व भोजन ही परोसा जाएगा। इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने इसके लिए बेस किचन, पेंट्रीकार और खानपान स्टालों पर मांसाहार को पूर्णतया प्रतिबंधित कर दिया है। आईआरसीटीसी की यह व्यवस्था फिलहाल पूर्वोत्तर रेलवे के यूपी-बिहार रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों और स्टेशनों पर लागू होगी।

संबंधित सुपरवाइजरों को दिए निर्देश

आईआरसीटीसी प्रबंधन ने इसके लिए संबंधित सुपरवाइजरों को निर्देशित कर दिया है। प्रबंधन ने निर्देश दिए हैं कि सभी बेस किचन मॉनीटङ्क्षरग स्टाफ व स्टेशन अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि पूजा स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों को केवल शाकाहारी भोजन परोसा जाए। नानवेज नाश्ता और भोजन न तैयार किया जाए। छठ पूजा स्पेशल या अन्य ट्रेनें जिन स्टेशनों पर रुकती हैं, वहां स्टालों पर भी नानवेज बंद कर दिया जाना चाहिए। यह व्यवस्था छठ के बाद 15 नवंबर को पडऩे वाले कार्तिक पूर्णिमा तक लागू रहेगी।

परिवार के अन्य सदस्य भी रहते हैैं सात्विक

छठ व्रत भले ही महिलाएं ही रखती हैं, लेकिन परिवार के अन्य सदस्य भी सात्विक आहार ही लेते हैं। दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और गुजरात में रहने वाले यूपी, बिहार और झारखंड के लोग बड़ी संख्या में ट्रेनों में घर आते हैं, जिसमें खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। नवरात्र में भी आईआरसीटीसी ट्रेनों में यात्रियों के लिए शाकाहारी नाश्ता व भोजन के साथ फलाहार की व्यवस्था सुनिश्चित करता है। सेमी हाईस्पीड ट्रेनों में तो अब जैन फूड (बिना लहसुन प्याज का भोजन) का भी प्रविधान कर दिया गया है।

- छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए शाकाहारी नाश्ता व भोजन को प्राथमिकता दी गई है। बेस किचन में मांसाहार नहीं तैयार कराया जा रहा। यह व्यवस्था छठ पर्व के अंत तक चलेगी। कार्तिक पूर्णिमा तक इसका विस्तार संभावित है।
- अजीत कुमार सिन्हा, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक- आइआरसीटीसी