कानपुर (ब्यूरो)। दो शातिर लुटेरों को बुधवार तडक़े कमिश्नरेट पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों लुटेरों ने पुलिस फोर्स पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों के पैर पर गोली लग गई। दोनों आरोपियों को ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल भेजा गया है। दोनों लुटेरे सगे भाई हैं। पुलिस दोनों से पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। शातिरों ने 23 अक्टूबर को फजलगंज क्षेत्र में एक महिला के साथ लूट की थी। जिसके बाद से पुलिस ने इनकी तलाश कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई थी। मगर वे अंडरग्राउंड चल रहे थे।

सफेद अपाचे बाइक से

एडीसीपी सेन्ट्रल महेश कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि लूट करने वाले शातिर दादा नगर ढाल से रेलवे कंटेनर की तरफ सफेद अपाचे बाइक से जा रहे हैं। एडीसीपी ने बताया कि सुबह लगभग चार बजे पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर उनकी घेरा बंदी की। अपाचे सवारों ने पुलिस को देख भागने की कोशिश की। एडीसीपी ने बताया कि नजीराबाद क्षेत्र निवासी सगे भाई गुलफान और सुल्तान बाइक छोड़ भागे। पुलिस ने जब उनका पीछा किया तो दोनों ने फायरिंग की। इस पर पुलिस की तरफ से भी जवाबी फायरिंग की गई। जिसमें दोनों के पैर पर गोली लग गई।

तीसरा भाई जेल में बंद
एडीसीपी के मुताबिक, दोनों को अस्पताल भेजा गया है। उसके बाद पूछताछ करने के साथ ही दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि गुल्फान का एक भाई पहले से ही हत्या के मामले में जेल में बंद है। दोनों आरोपी मूल रूप से फतेहपुर के रहने वाले हैं। मगर 15-20 साल से यही रह रहे हैं।

चाय का ठेला भी लगाते हैं शातिर
एडीसीपी ने बताया कि शातिर चाय का ठेला भी लगाते हैं। इसके अलावा लूट की घटनाएं भी करते हैं। अधिकारी के मुताबिक, इस गिरोह के मॉडस ऑपरेंडी अलग है। यह एक वारदात एक शहर में करते हैं। मसलन अगर इन्होंने कानपुर में लूट की वारदात की है तो अगली वारदात उन्नाव या फतेहपुर में करेंगे या कोई और शहर भी हो सकता है। एडीसीपी ने बताया कि फतेहपुर पुलिस भी इन्हें तलाश रही है। उन्हें भी जानकारी दे दी गई है।