कानपुर (ब्यूरो)। रेल ट्रैक पर सिलिंडर रखने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां अभी साबरमती, कालिंदी और प्रेमपुर की घटनाओं का राजफाश भी नहीं कर सकीं, इनके बीच एक और घटना भीमसेन से गोविंदपुरी के बीच रविवार की तडक़े हुई। इस बार होल्डिंग लाइन पर रेलवे का भरा हुआ सेफ्टी सिलिंडर पड़ा हुआ मिला। पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पॉयलट ने ट्रैक पर सिलिंडर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाई। सिलिंडर पर जीकेपी यानी गोरखपुर लिखा था। उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी तो जीआरपी और आरपीएफ मौके पर पहुंची।
जीआरपी और आरपीएफ ने शुरू की जांच
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से लखनऊ जंक्शन जा रही पुष्पक एक्सप्रेस रविवार की सुबह भीमसेन से गोविंदपुरी के बीच होल्डिंग लाइन से होकर सेंट्रल स्टेशन की ओर बढ़ रही थी। होल्डिंग लाइन होने के चलते यहां ट्रेन की स्पीड काफी कम थी। भीमसेन से करीब पांच किलोमीटर आगेे सुबह 4.27 बजे लोको पायलट एके भसीन की निगाह ट्रैक पर रखे सिलिंडर पर पड़ी तो उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। नीचे उतरकर देखा तो सिलिंडर रेलवे का ही था। उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी तो जीआरपी और आरपीएफ मौके पर पहुंची। लोको पायलट सेफ्टी सिलिंडर को लेकर सेंट्रल पहुंचे और आरपीएफ को सौंप दिया।
गोरखपुर के सीएंडजी विभाग ने जारी किया था सिलिंडर
आरपीएफ के उपनिरीक्षक मुक्तेश्वर प्रसाद मिश्रा ने सिलिंडर को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि गोरखपुर के कैरिज एंड वैगन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर द्वारा फायर सेफ्टी सिलिंडर जारी किया गया है। सिलिंडर पर वैधता अवधि 14 दिसंबर 2024 अंकित है। सिलिंडर पर गिरने के निशान भी मिले हैं। यह किस ट्रेन से गिरा है इसका पता लगाया जा रहा है।