कानपुर (ब्यूरो)। जू के आसपास 100 मीटर का एरिया साइलेंस जोन घोषित होगा। इसके लिए जू प्रशासन शासन को लेटर भेजेगा। कानपुर जू के डायरेक्टर के मुताबिक परिसर के आसपास साउंड पाल्यूशन बढऩे से वन्य जीवों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। डायरेक्टर केके सिंह के मुताबिक जू कैंपस के चारों ओर बीते एक दशक में कई विकास कार्य हुए हैं। बड़ी संख्या में नई सोसाइटीज और भवन बने हैं। इससे मानवीय हलचल भी बढ़ी है। जो जानवरों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में 100 मीटर दायरे को साउंड पॉल्यूशन फ्री बनाने की कवायद शुरू की गई है।

देर रात तक बजता डीजे

डायरेक्टर ने बताया कि दीपावली में अपील के बावजूद आसपास की आबादी के लोगों ने तेज आवाज के पटाखे फोड़े। क्षेत्र में देर रात तक चलने वाले समारोहों में डीजे पर गाने बजते हैं। यह सभी चीजें जानवरों की लाइफ को प्रभावित करती हैं। परेशान जानवर अक्सर खुद को चोटिल कर बैठते हैं। वन्य जीवों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शासन को पत्र लिखकर कैंपस के 100 मीटर की रेंज में साइलेंस जोन घोषित कराने का प्रयास है।

तेज आवाज से ये पड़ता है असर
- अत्यधिक शोर से पशु हिंसक होते हैं।
- मेटिंग प्रक्रिया पर भी असर डालता है
- चिड़चिड़ापन आता है, खाना-पीना छोड़ देते हैं।
- बीपी बढ़ता है, हृदयगति पर प्रतिकूल असर पड़ता है
-शांत जानवर भी कटखना बन जाता है।
-आक्रामक होकर खुद को चोटिल कर बैठते हैं।