आई एक्सक्लूसिव
-जल निगम ने किया ऑब्जेक्शन, कंपनीबाग से गणेश उद्यान फूलबाग तक स्मार्ट रोड के डक्ट बिछाये जा रहे हैं
-अफसरों की बड़ी लापरवाही आई सामने, 34.50 करोड़ से बन रही है 2.3 किमी। स्मार्ट रोड, खुदाई से लाइन टूटने की आशंका
-पिछले 1 साल में 6 बार हो चुका है 1800 एमएम की लाइन में लीकेज, शासन के निर्देश पर आईआईटी कर रही है लाइन की जांच
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KANPUR : स्मार्ट सिटी के तहत कानपुर की पहली सबसे महंगी रोड लापरवाही की भेंट चढ़ती जा रही है। 34.50 करोड़ से बन रही है 2.3 किमी। स्मार्ट रोड में जल निगम ने ऑब्जेक्शन कर दिया है। स्मार्ट रोड के ठीक नीचे जल निगम की बड़ी 1800 एमएम की वॉटर लाइन जा रही है। जो अब तक 1 साल में 6 से ज्यादा बार लीकेज हो चुकी है। वहीं आईआईटी कानपुर शासन के निर्देश पर वॉटर लाइन की जांच कर रहा है। अगस्त-19 में आईआईटी रिपोर्ट देगी, जिसके बाद वॉटर लाइन में बदलाव किए जाने हैं। ऐसे में स्मार्ट रोड बनने के बाद उसकी फिर खुदाई करनी पड़ सकती है।
सवालों के घेरे में नक्शा
नगर निगम के साथ ही स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में है। आखिर क्यों स्मार्ट रोड का नक्शा बनाते वक्त यह ध्यान नहीं दिया गया कि रोड के नीचे क्या होगा? जबकि कंपनीबाग चौराहे से गणेश उद्यान फूलबाग के बीच 1800, 1600 और 1400 एमएम की बड़ी जीआरपी फीडरमेन वॉटर लाइनें डाली गई हैं। इन लाइनों की कमीशनिंग और टेस्टिंग के दौरान जगह-जगह लीकेज हो चुके हैं। इसको देखते हुए प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज सिंह ने आईआईटी को जांच सौंपी थी। इसके लिए आईआईटी को 49.41 लाख की पेमेंट भी की गई।
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लाइन टूटने की आशंका
जल निगम बैराज ईकाई के परियोजना प्रबंधक निर्दोष कुमार जौहरी के मुताबिक नानाराव पार्क, फूलबाग के पास स्मार्ट रोड के तहत खोदी गई डक्ट से वॉटर लाइन टूटने की आशंका है। लाइन टूटने से फूलबाग जेडपीएस से वाटर सप्लाई इफेक्टेड होती है, इससे लाखों लोगों को वॉटर सप्लाई बंद हो जाती है।
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मानक के िवपरित काम
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आपको 23 जून के एडिशन में ही आपको पहले ही बता चुका है कि कितनी लापरवाही से स्मार्ट रोड का काम किया जा रहा है। नरौना चौराहे के पास बन रही स्मार्ट रोड बिना किसी सुरक्षा मानकों को पूरा किए बिना बनाई जा रही है।
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स्मार्ट रोड पर इंक्रोचमेंट
स्मार्ट रोड पर कंस्ट्रक्शन के दौरान ही इंक्रोचमेंट हो गया है। ठेले और रेहड़ी वाले शाम तक इस पर ही अपनी दुकानें सजा लेते हैं। नगर निगम और कंस्ट्रक्शन कंपनी का कोई भी कर्मी इस पर ध्यान नहीं देता है।
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आंकड़ों में स्मार्ट रोड
-600 करोड़ स्मार्ट रोड का टोटल बजट है।
-199.65 करोड़ से फर्स्ट फेज पूरा किया जाएगा।
-100 करोड़ आएगा फर्स्ट फेज की 3 सड़कों का निर्माण खर्च।
-109 किमी। स्मार्ट रोड बनाई जानी हैं शहर में।
-2.3 किमी। सड़क को स्मार्ट बनाने के लिए टेंडर।
-34.50 करोड़ से शहर की पहली स्मार्ट रोड बनेगी।
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बड़ी वॉटर लाइन के ऊपर स्मार्ट रोड बनाई जा रही है। इसमें आईआईटी जांच कर रही है। अगस्त-19 में जांच रिपोर्ट आएगी। जिसके बाद कुछ बदलाव लाइन में किए जा सकते हैं। इसको लेकर ऑब्जेक्शन किया गया है। खुदाई से लाइन भी टूटने की प्रबल आश्ांका है।
-एनके जौहरी, परियोजना प्रबंधक, जल निगम बैराज ईकाई।
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अभी तक जल निगम द्वारा ऐसा कोई ऑब्जेक्शन नहीं मिला है। स्मार्ट रोड बनाने के दौरान छोटी वॉटर लाइन और सीवर लाइन को शिफ्ट किया गया है। लेकिन इतनी बड़ी लाइन को शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। इस पर विचार किया जाएगा।
-पूजा त्रिपाठी, प्रभारी स्मार्ट सिटी व सहायक नगर आयुक्त।