कानपुर (ब्यूरो)। एकता की हत्या करने के बाद उसकी डेडबॉडी को जिम ट्रेनर विमल ने भले ही 24 जून को डीएम कंपाउंड के बगल में स्थित ऑफिसर्स क्लब में दफन कर दी हो लेकिन इसकी स्क्रिप्ट कई दिन पहले ही लिख ली थी। अब तक की पूरी सिचुएशन तो कम से कम यही कह रही है। क्योंकि 10 फीट के जिस गड्ढे में एकता को दफनाया गया था। उससे डेडबॉडी निकालने में चार मजदूरों ने तीन घंटे तक खोदाई की, ऐसे हालात में ये नहीं हो सकता कि कोई सिर्फ 45 मिनट या एक या दो घंटे में भी अकेले खोदाई कर गड्ढा खोदा हो। वहीं डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि वृक्षारोपण के लिए गड्ढा खोदा गया था। लेकिन सवाल ये है कि क्या 8 फीट गहरा गड्ढा कभी पौधा लगाने के लिए खोदा जाता है। वहीं जिस रस्सी से एकता का गला घोटा गया, वह कार में पहले से मौजूद थी।
पुलिस ने क्यों नहीं चेक किया कंपाउंड
एकता के गुम होने के बाद पुलिस ने जब विमल की फुटेज चेक की तो पता चला कि विमल डीएम कंपाउंड दो बार आया था, ऐसी स्थित में तीन महीने से ज्यादा का समय हो गया लेकिन पुलिस डीएम कंपाउंड में चेक करने नहीं पहुंच पाई। विमल की आईटेन कार उसकी बहन के घर से बरामद हुई, इस कार में एकता की चुन्नी, टॉवेल, टूटा हुआ क्लेचर, रस्सी और मोबाइल के सिम ट्रे समेत अन्य सबूत मिले थे। इसके बाद भी पुलिस ने जांच क्यों नहीं शुरू की? इसके जवाब में पुलिस अधिकारियों का कहना था कि वे यही तलाश रहे थे किसी तरह एकता जिंदा बरामद हो जाए। पुलिस लगातार कार के ऑफिसर्स क्लब के अंदर जाने की बात कह रही है लेकिन इसको लेकर भी कई तरह के सवाल हैं।
शव लेकर अंदर कैसे पहुंचा?
वारदात के खुलासे के तीन दिन हो गए लेकिन ये नहीं पता चल पाया कि आखिर विमल शव को लेकर अंदर कैसे गया? कार में या गोद में उठाकर या घसीट कर? दरअसल अगर गोद में लेकर जाता कोई न कोई टोकता जरूर और मामला खुल जाता। वहीं अब घटनास्थल को लेकर सवाल जवाब शुरू हो गए हैैं। विमल की कहानी के मुताबिक उसने ग्रीन पार्क में जिम के बाहर घूसा मारा और एकता बेहोश हो गई। सवाल ये उठता है कि क्या वह डेडबॉडी लेकर दफनाने ऑफिसर्स क्लब पहुंचा, इन्हीं सब बातों के जवाब पुलिस के साथ परिवार वाले भी तलाश रहे हैैं। हालांकि परिवार वालों को आशंका है कि कहीं एकता का मर्डर ऑफिसर्स क्लब में ही तो नहीं किया गया।
सीबीआई जांच से हकीकत आ सकती है सामने
48 घंटे पहले तक पुलिस की थ्योरी से पूरी तरह से संतुष्ट एकता गुप्ता के पति राहुल गुप्ता ने मंडे को पुलिस की थ्योरी को गलत बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर पुलिस के पास पत्नी के आरोपी विमल के साथ अफेयर के इविडेंस हैैं तो पुलिस उसे उपलब्ध कराए। बेवजह उनकी मृत पत्नी के कैरेक्टर को खराब न करे। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी हंसमुख स्वभाव की थी, इस वजह से हर किसी से बहुत जल्दी घुल मिल जाती थी, जिसका लोग गलत मतलब निकाल लेते थे। एकता के पति राहुल का मानना है कि विमल भी शायद इसी भ्रम का शिकार हो गया होगा। मीडिया सेंटर्स से उन्होंने कहा कि उनकी मृत पत्नी को बदनाम न करेे। उन्हें इस बदनामी की वजह से बच्चों की परवरिश में बहुत परेशानी होगी।
ढाई घंटे चली एटॉप्सी फिर भी मौत की वजह स्पष्ट नहीं
एकता की एटॉप्सी पैनल से कराया गया। पैनल में डॉ। आलोक मिश्रा, डॉ। अभिषेक सिंह, डॉ। मनीषा शुक्ला शामिल रहे। एकता का स्कल एटॉप्सी टीम ने प्रिजर्व कर लिया। इसे जांच के लिए भेजा जाएगा। बाल और बोन्स का सैैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा। पेट, छोटी आंत, लीवर, किडनी और पित्ती का कुछ भाग सुरक्षित कर जांच के लिए भेजी गई है। ब्लड सैैंपल के क्लॉट्स बोन्स से कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया है। मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। शरीर के कई हिस्सों की हड्डियां नहीं मिलीं। डॉक्टर का मानना है कि जहां पर शव दफनाया गया था। वहीं पर अभी हड्डियां और भी पड़ी होंगी।
6 महीने में दोनों के बीच 60 घंटे बातचीत
विमल और एकता की बात होती थी या नहीं इसका कोई प्रमाण पुलिस ने नहीं दिया है लेकिन एकता के परिवार वालों की माने तो उनके पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक बीते 6 महीने में 60 घंटे दोनों की बातचीत हुई है। हालांकि पुलिस के विश्वस्त सूत्रों की माने तो एकता और विमल की मैसेजिंग व कॉल्स का डिटेल मिला है, जिसक अध्ययन किया जा रहा है। एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि पीसीआर के दौरान कुछ लोगों को विमल के सामने लाकर क्रॉस क्वेशचनिंग कराई जाएगी, उसके बाद ही मामले का खुलासा होगा।
बस हो गया सर, क्या बताऊं?
विमल ने रोते हुए बताया कि कि सर हो गया बस, क्या बताऊं। नवंबर में शादी होनी थी मेरी। मेरेे पिता 75 साल के हैैं। वहीं एक छोटा भाई मानसिक मंदित है। कक्षा आठ तक मैं पढ़ा हूं। पहले वेटरी करता था, उसके बाद जिम में ट्रेनर का काम करने लगा। इसी दौरान एक जिलाधिकारी से संपर्क हो गए, कुछ दिन बाद कोविड के दौरान नौकरी छूट गई। संबधित डीएम ने दोबारा नौकरी लगवा दी। एकता मेरी शादी नहीं होने दे रही थी, इसी वजह से मैने प्लानिंग कर वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस लेगी कस्टडी रिमांड
एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि मामला पेचीदा और गंभीर था लिहाजा जो भी जानकारी आरोपी ने दी, उसे मीडिया से साझा कर दिया गया। आरोपी विमल को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा। फॉरेेंसिक टीम के साथ सीन रिक्रिएशन किया जाएगा। सीडीआर, मोबाइल डिटेल ओर फुटेज का एनालिसिस किया जाएगा। इनवेस्टिगेशन के दौरान जो भी फैक्ट्स सामने आएंगे, उनका एनालिसिस किया जाएगा।