- मेंटीनेंस व बेहतर सफाई व्यवस्था न होने की वजह से बदरंग होती जा रही वंदेभारत एक्सप्रेस
- सेंसर युक्त लगे कई स्लाइडिंग डोर भी हो गए खराब, कई कोचों के विंडो शीशे चटके पड़े
KANPUR। देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस वीआईपी ट्रेन की ग्रेडिंग में नीचे जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण कोचों का मेंटीनेंस व साफ सफाई न होना। अब वंदेभारत के पैसेंजर्स भी कहने लगे हैं कि अगर इस ट्रेन का ध्यान नहीं रखा गया तो यह ट्रेन भी जनरल एक्सप्रेस ट्रेनों की कैटेगिरी में आ जाएगी। संडे को वाराणसी से कानपुर तक वंदे भारत एक्सप्रेस में जर्नी करने वाले एक दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रीडर ने जर्नी का अनुभव बताया तो पता लगा कि रेलवे आफिसर्स की लापरवाही से वंदे भारत एक्सप्रेस बर्बाद हो रही है।
धकेल कर डोर खोलना पड़ता
वंदे भारत एक्सप्रेस के सी-14 कोच पर सीट नंबर 5 पर सफर कर रहे पैसेंजर ने बताया कि ट्रेन में एक कोच से दूसरे कोच में जाने वाले रास्ते में लगी सेंसर युक्त स्लाइडिंग डोर खराब पड़े हैं। यह समस्या एक कोच की नहीं बल्कि अधिकतर कोच की थी। सभी स्लाइडिंग डोर को हाथ से धकेल कर खोलना पड़ता है।
कोचों के अंदर काफी गंदगी
पैसेंजर के मुताबिक कुछ दिनों पहले तक वंदेभारत एक्सप्रेस के कोचों की स्वच्छता काबिले तारीफ थी। रेलवे ऑफिसर्स के ध्यान न दिए जाने से अब कोचों में काफी गंदगी रहती है। उन्होंने बताया कि कोचों के साथ टॉयलेट भी काफी गंदे थे। शिकायत करने पर ट्रेन पर मौजूद एक ऑपरेटर आया, लेकिन वह भी देख कर चला गया।
कोच में लगे शीशे भी क्रैक
वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच में लगे शीशे भी क्रैक हो चुके है। जिनमें टेपिंग कर काम चलाया जा रहा है। इस तरफ रेलवे बोर्ड के आफिसर्स को ध्यान देने की जरूरत है। वंदे भारत एक्सप्रेस में वीआईपी सुविधाएं ही उसको अन्य ट्रेनों से अलग बनाती है। अगर यहीं हालात रहे तो वंदे भारत एक्सप्रेस भी आम सुपरफास्ट ट्रेनों की तरह ही हो जाएगी।
'' पैसेंजर्स अगर अपनी शिकायत कम्प्लेन बुक में दर्ज कराता है तो उसकी प्राब्लम का समाधान किया जाता है। ऐसी शिकायत अभी तक रेलवे के पास किसी पैसेंजर्स ने नहीं की है।
दीपक कुमार, सीपीआरओ, एनआर