कानपुर (ब्यूरो)। बेटे की चाहत मेें कोख में बेटियों को मार देने के किस्से तो आपने सुने ही होंगे। कोख में जिन बेटियों की मौत होती है, उनके तर्पण और पिंड दान की जिम्मेदारी युग दधीचि देहदान ने उठाई है। संडे को अजन्मी बेटियों के मोक्ष की प्रार्थना के लिए सरसैया घाट में सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हुए। महातर्पण और पिंड दान करने नगर की विदुषी महिलायें गंगा तट पर एकत्र हुईं और विधिवत जलदान किया। अजन्मी बेटियों के मोक्ष हेतु प्रार्थना की गई। युग दधीचि देहदान संस्थान के प्रमुख मनोज सेंगर के नेतृत्व में सरसैया घाट पर आयोजित अनूठे कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन पूर्व महापौर जगतवीर सिंह द्रोण ने किया।

कलश पूजन करके किया तर्पण
आयोजन में शहर के आम लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों ने भी बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद कल्याणपुर से विधायक नीलिमा कटियार ने कलश पूजन करते हुये कोख में मारी गईं बेटियों के लिए स्वयं भी तर्पण किया। उन्होंने कहा कि बेटियां हैैं तभी घरों के आंगन में उनकी मीठी आवाज सुनने को मिलती है। इसके अलावा किसी भी कुल को आगे बढ़ाने में भी बेटियों का खास योगदान होता है। किसी पुरुष को जन्म देने वाली मां भी किसी की बेटी होती है। इसलिए कोख मेें बेटी को मारने वालों का विरोध करें।

पूर्व पीएम के पौत्री और दामाद शामिल
देव दीपक का पूजन पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई की पौत्री-दामाद नन्दिता और सुमित मिश्रा ने किया। पितृ दीप का पूजन डॉ। सीमा और डॉ। आनंद निगम ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रयागराज से पधारीं लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ। प्रभा अवस्थी ने तर्पण करते हुये अजन्मी बेटियों को जल दिया। मुख्य यजमान राजीव महाना, मनोज अग्रवाल और नारायण त्रिवेदी रहे। पितरों की महाआरती सुरेन्द्र गुप्ता, पार्षद महेंद्र पांडेय और पूर्व सीएमओ डॉ। वीसी रस्तोगी ने की।

इन लोगों ने किया तर्पण
कार्यक्रम संयोजक मनोज सेंगर ने बताया कि पंचमी तिथि पर आयोजित इस महातर्पण में सीएमएस डफरिन हॉस्पिटल डॉ सीमा श्रीवास्तव, डॉ। अनीता गुप्ता, डॉ। नीलम त्रिवेदी, डॉ। निशा गांधी, डॉ। अलका दीक्षित, डॉ। प्रतिभा बन्धुजी, मनीषा माहेश्वरी, आम्बिका श्रीवास्तव, विधि त्रिपाठी, कामिनी दास, कु। छाया, कु। सृष्टि, मनोरमा राय, पुष्पलता मिश्रा सहित चालीस से अधिक महिलाओं ने तर्पण किया। कार्यक्रम संयोजिका माधवी सेंगर ने सभी महिलाओं का तिलक कर और अंगवस्त्र देकर स्वागत किया। इस मौके पर मदन लाल भाटिया, संजय भारती, अनिल राय, घनश्याम शुक्ला, पीयूषदास और प्रेमलता तिवारी आदि रहे।