कानपुर (ब्यूरो)। बिनगवां स्थित 201 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट &एसटीपी&य सैटरडे को भी बंद रहने से पांडु नदी में 10 करोड़ लीटर दूषित पानी सीधे गिरा दिया गया। तीन जुलाई से लगातार प्लांट बंद है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर अमित मिश्रा ने दो बार एसटीपी का निरीक्षण किया। दोनों बार उन्हें मौके पर प्लांट बंद मिला।

दो बार किया इंस्पेक्शन

अमित मिश्रा ने तीन और पांच जुलाई को बिनगवां एसटीपी का औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान एसटीपी में पंङ्क्षपग कार्य बंद पाया गया था। जिसपर उन्होंने जल निगम परियोजना प्रबंधक को लिखित जानकारी दी थी। उन्होंने पड़ताल के दौरान पांडु नदी में सीधे दूषित पानी गिराए जाने जा जिक्र किया था। सैटरडे को भी एसटीपी बंद मिला। वहीं पांडु नदी में सीधे दूषित पानी गिरता रहा। प्लांट में रोज 10 करोड़ लीटर दूषित पानी ट्रीटमेंट के लिए आता है।

कंपनी पर होगी कार्रवाई

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा ने बताया कि मैसर्स कानपुर रिवर मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस दी है। जल निगम के आफिसर्स को भी लेटर लिखा है। जल निगम के अधीक्षण अभियंता एमके ङ्क्षसह ने बताया कि प्लांट चालू किया जाएगा और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।