कानपुर (ब्यूरो)। ग्वालटोली थाना क्षेत्र में दशहरे के दिन सुबह किराएदारों से मकान खाली कराने को लेकर मकान मालिक के बेटे ने पथराव कर दिया। इससे दरोगा और सिपाही सहित छह लोग घायल हो गए। 4 घंटे तक चले बवाल से अफरातफरी मच गई। फायर ब्रिगेड ने चौथी मंजिल से कड़ी मशक्कत से रेस्क्यू कर आरोपी को दबोचा। पुलिस ने आरोपी युवक को जेल भेज दिया है। फैमिली मेंबर्स का कहना है कि युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है उसका इलाज चल रहा है।

मकान खाली करने को लेकर विवाद
ग्वालटोली के पहले चौराहे के पास चूड़ी वाली गली में कोयला व्यापारी संजय गुप्ता का चार मंजिला घर है। यहां अनिल, सूरजबली, मैकू, अलीशा आदि किराए पर रहते हैं। आरोप है कि दशहरा के दिन सुबह 7 बजे संजय के बेटे गौरव ने सभी किराएदारों को गालीगलौज कर घर के बाहर निकाल दिया और अंदर से कुंडी लगाकर चौथी मंजिल पर चढ़ गया। जान से मारने की धमकी देते हुए किराएदारों की गृहस्थी तोडफ़ोड़ कर नीचे सडक़ पर फेंक दी।

दरोगा और सिपाही घायल
जब लोगों ने विरोध किया तो चौथी मंजिल से पथराव शुरू कर दिया। जिससे अनिल, उसकी पत्नी अनीता, सूरज बली, मैकू घायल हो गए। लोगों ने ग्वालटोली पुलिस को सूचना दी। पुलिस पर भी आरोपी ने पथराव कर दिया। जिसमें दारोगा गौरव सोनकर और सिपाही चालक मिलान सिंह घायल होकर बेहोश हो गए। लहूलुहान हालत में दोनों को उर्सला अस्पताल भिजवाया गया। वहीं घटना में घायल हुए चार अन्य लोगों ने भी उपचार कराया।

आत्महत्या की धमकी दी
आरोपी को किसी तरह पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो उसने हाथ में सिलेंडर लेकर आग लगाने और चाकू से आत्महत्या की धमकी दे डाली। फिर आरोपी को पकडऩे के लिए फायर ब्रिगेड कर्मियों को बुलाया गया। बड़ी मशक्कत कर उसे चौथी मंदिर से उतारकर पुलिस उसे ग्वालटोली थाने ले गई।


आरोपी युवक के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। वहीं उसके फैमिली मेंबर्स ने उसकी मानसिक स्थिति ठीक न होने की बात कही है। पुलिस डॉक्टर से उसके बारे में जानकारी कर रही है।
महेश कुमार, एडीसीपी सेंट्रल