कानपुर (ब्यूरो)। कैंट में जीटी रोड पर काकोरी गांव के सामने तेज रफ्तार स्कूटी सवार युवक ईयरफोन लगाकर मोबाइल पर बात कर रहा था। तभी आगे चल रही कार के ब्रेक लगाने पर उसने बाएं से ओवरटेक का प्रयास किया। इस दौरान स्कूटी सवार ने एक राहगीर को टक्कर मारकर घायल कर दिया, जबकि बाद खुद स्कूटी समेत घिसटता चला गया1 हेलमेट न लगा होने की वजह से सिर में आई गंभीर चोटों से उसकी मौत हो गई।

स्कूटी में टंगा था हेलमेट

दर्शनपुरवा निवासी वीरेंद्र शर्मा का 28 वर्षीय छोटा बेटा मुकुल शर्मा रामादेवी में प्राइवेट जाब करता था। परिवार में दो बड़े बेटे हितेंद्र और अतुल हैं। मंडे दोपहर वह टाटमिल से रामादेवी की ओर आ रहा था। इस दौरान उसका हेलमेट स्कूटी में टंगा हुआ था और वह ईयरफोन लगाकर किसी से मोबाइल पर बात कर रहा था। तभी जीटी रोड पर काकोरी गांव के सामने तेजी से आगे जा रही कार के ब्रेक लगाने पर वह बाएं से ओवरटेक करने लगा। इस दौरान उसकी स्कूटी अनियंत्रित हो गई और उसने काकोरी गांव के सोनी को टक्कर मार दी। जिससे उसका पैर टूट गया। हादसे के बाद वह सड़क पर गिरकर करीब 20 मीटर तक घिसटता चला गया। राहगीरों ने कैंट पुलिस को सूचना देकर दोनों को कांशीराम ट्रामा सेंटर पहुंचा। जहां मुकुल को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची कैंट पुलिस ने मुकुल के मोबाइल से परिजनों को सूचना दी तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

10 साल पहले कैंसर से हुआ था मां का निधन

बड़े भाई हितेंद्र ने बताया कि मुकुल तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। मां विनीता का 10 साल पहले कैंसर से निधन हो गया था। वह घर में सभी का दुलारा था।

ट्रैफिक नियम को करता फॉलो तो बच सकती थी जान

पुलिसकर्मियों ने बताया कि हादसे के दौरान मुकुल इयरफोन लगाकर किसी से बात कर रहा था। वहीं उसके पास हेलमेट था लेकिन उसने उसे पहनने के बजाय स्कूटी में टांग रखा था। अगर उसने हेलमेट पहना होता तो शायद उसकी जान बच जाती। क्योंकि सड़क पर गिरने से उसके सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोटें आई थी। जिससे उसकी मौत हो गई। ट्रैफिक नियम के अनुसार ओवरटेक हमेशा दाहिनी ओर से करना चाहिए। जबकि मुकुल ने बांई तरफ से ओवरटेक किया। जिससे तेज रफ्तार के चलते राहगीर भी गंभीर रूप से घायल हो गया।