कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस की कार्यशैली से नाराज सपा विधायक अमिताभ बाजपेई फजलगंज थाने में धरने पर बैठ गए। विधायक के थाने में होने की जानकारी पर कैंट विधायक, प्रवक्ता सुनील साजन, वरिष्ठ सपा नेता प्रवीण सिंह बंटी समेत सैकड़ों सपा कार्यकर्ता भी पहुंच गए। सभी पुलिस के खिलाफ नारोबाजी करने लगे। जिस पर ऑफिस और बैरिक से निकल कर पुलिसकर्मी विधायक के पास आ गए। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो जारी हुआ जिसमें थानाध्यक्ष विधायक से कह रहे हैं कि बात मानिये सर। इस पर विधायक ने कहा कि गुंडई करोगे तो करो। अब हम जमीन पर बैठ गए तो बैठ गए। लाठी मरवाओ। हंगामे की जानकारी पर एसीपी आईपी सिंह थाने पहुंचे और नजीराबाद थाने से फोर्स बुला ली। वहीं, बीएसएफ को भी तैनात कर दिया गया।

यह है विधायक का आरोप

विधायक ने बताया कि दर्शनपुरवा के एक परिवार में मृत्यु हो गई थी। इसमें मैं और प्रत्याशी नसीम सोलंकी सांत्वना देने पहुंचे थे। रास्ता पूछने पर एके गुप्ता ने रास्ता बता दिया। बस इस पर पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने ले आई। थाने लाते ही 151 के तहत कार्रवाई कर दी। हालांकि सपा विधायक अमिताभ बाजपेई का आरोप है कि एक प्रत्याशी के इशारे पर कार्रवाई की गई है। विधायक ने कहा कि वे एके गुप्ता को छुड़ाने गए थे, लेकिन पुलिस ने उनकी भी नहीं सुनी। वहीं थाना प्रभारी सुनील सिंह की माने तो एके गुप्ता चौराहे पर गाली गलौज कर रहे थे, जिसकी वजह से उनकी गिरफ्तारी की गई।

कार्रवाई की बात पर माने सपाई

एक तरफ मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी, वहीं गवर्नर आनंदी बेन पटेल भी शहर में थीं। उस पर सपाइयों का धरना तूल पकड़ रहा था। थाने का काम भी साढ़े चार घंटे से बंद था। इस वजह से पुलिस अधिकारियों में अफरा तफरी मच गई। कुछ ही देर में डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और विधायक अमिताभ बाजपेई से बात की। डीसीपी ने दूसरे जोन के एसीपी से मामले की जांच कराने और जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद धरना खत्म हुआ।