कानपुर (ब्यूरो)। बुधवार को यूं तो उपचुनाव प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहा था लेकिन सबसे ज्यादा हॉट सीट रही शहर की सीसामऊ सीट। पूरा दिन ये सीट मीडिया की सुर्खियों में रही। शाम को मतदान तो शांतिपूर्ण तरीके से निपट गया लेकन पूरा दिन तनाव भरा रहा। बेहद सेंसटिव एरिया होने के कारण पार्टी नेताओं और प्रत्याशियों के साथ पुलिस प्रशासन भी तनाव में रहा। हंगामा, आरोप प्रत्यारोप, पुलिस पर वोटर्स को रोकने, चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद पहचान पत्र चेक करने को लेकर कई बार झड़प हुई। इसकी गूंज सेंट्रल इलेक्शन कमीशन तक भी पहुंची, जिसके बाद आनन-फानन दो सबइंस्पेक्टर सस्पेंड कर दिए गए। लेकिन शाम पांच बजे जब वोटिंग परसेंटेज फाइनल हुआ तो प्रत्याशियों से लेकर प्रशासन तक की धडक़ने बढ़ गईं। -प्रतिशत वोट पड़े जो 2022 विधानसभा चुनाव के मुकाबले छह परसेंट से ज्यादा कम रहा। चार महीने पहने लोकसभा चुनाव में भी इससे अधिक वोटिंग हुई थी। अब इंतजार है तो 23 नवंबर का जबकि मतगणना के बाद नतीजे आएंगे।
सुबह सबसे कम वोटिंग
बुधवार को सीसामऊ असेंबली एरिया के बाई इलेक्शन में पहले दो घंटे में यानि सुबह 7 से 9 के बीच सबसे कम पोलिंग हुई। इस दौरान का वोटिंग परसेंटेंज केवल 5.73 रहा। इसी वर्ष हुए पार्लियामेंट इलेक्शन में सीसामऊ सीट पर पहले दो घंटे 9.5 परसेंट वोटिंग हुई थी। इसकी एक वजह दो दिनों से बदला हुआ मौसम का मिजाज भी है। इन दिनों में अचानक ठंड से हमला बोल दिया। बुधवार को मिनिमम टेम्प्रेचर 10.2 डिग्र्री सेल्सियस रहा। इलेक्शन के कारण सिटी में हॉलीडे घोषित किए जाने की वजह से लोग देरतक सोते रहे। वहीं दूसरी वजह पुलिस के सख्त रवैए को बताया जा रहा है। आरोप तक लगाए गए कि पुलिस ने वोटर्स को निकलने नहीं दिया, जो निकले उनके वोटर आईडी, आधार कार्ड की जांच में कमी बताकर उन्हें लौटा दिया गया।
उम्मीद से कम वोटिंग
इलेक्शन ऑफिसर्स को उम्मीद थी कि ठंड के कारण सुबह कम हुई वोटिंग 9 के बाद तेजी से बढेंगे। वोटर की संख्या बढ़ी लेकिन उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। 11 बजे तक केवल 15.91 परसेंट ही वोटिंग हुई। यह पार्लियामेंट इलेक्शन में इसी असेंबली एरिया में हुई वोटिंग से करीब परसेंट कम रही। दोपहर एक बजे पोलिंग परसेंट पार्लियामेंट इलेक्शन के बराबर नहीं पहुंच सका। जहां पार्लियामेंट इलेक्शन में सीसामऊ असेंबली एरिया में 36.62 परसेंट, वहीं बुधवार को दोपहर एक बजे तक 28.53 परसेंट ही रही। शायद इसकी वजह इलेक्शन कमीशन ने भी पुलिस के अपनाए जा रहे सख्त और पक्षपातपूर्ण रवैए को माना जा रहा है।
सस्पेंशन के बाद वोटर तेजी से निकले
इसबीच पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया में पुलिस के रवैए के वोडियो वायरल कर दिए और इलेक्शन कमीशन से शिकायत कर दिए। इलेक्शन कमीशन के आदेश पर तुरन्त ही दो सबइंस्पेक्टर सस्पेंड कर दिए। इससे पुलिस का रवैया भी ढीला हुआ। ये जानकारी फैली तो वोटर्स को हौसला बढ़ा और वह वोटिंग को तेजी से निकलने लगे और तब कहीं जाकर दोपहर 3 बजे वोटिंग परसेंटेज 40 के पार हुआ, जो कि इसी वर्ष पार्लियामेंट इलेक्शन में सीसामऊ असेंबली में हुई वोटिंग से करीब चार परसेंट अधिक रहा। शाम 5 बजे वोटिंग का परसेंटेज 49.03 पर पहुंच गया। इलेक्शन ऑफिसर्स के मुताबिक ईवीएम जमा होने के बाद फाइनल मिलान होगा तब पोलिंग और भी बढ़ जाएगा।