कानपुर (ब्यूरो)। मौसम के उतरते व चढ़ते तापमान की वजह से वायरल बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। लिहाजा हैलट, उर्सला व कांशीराम हॉस्पिटल की मेडिसिन डिपार्टमेंट की ओपीडी में इन दिनों पेशेंट की लंबी लाइन देखने को मिल रही हैं। वहीं पैथोलॉजी में ब्लड टेस्ट कराने के लिए भी पेशेंट की लंबी लाइन है। पेशेंट को जांच रिपोर्ट के लिए कई-कई घंटे या दूसरे दिन का इंतजार करना पड़ रहा है।
पेट दर्द, डायरिया व कोल्ड फीवर के आ रहे केस
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ। एसके गौतम ने बताया कि मौसम के पल-पल बदलाव की वजह से वायरल बीमारियों के पेशेंट में काफी बढ़ोतरी हुई है। ओपीडी में सबसे अधिक पेशेंट पेट दर्द, डायरिया व कोल्ड फीवर की समस्या लेकर आ रहे है। फीवर वाले केस में ब्लड जांच कराने पर पेशेंट के लीवर में भी इंफेक्शन देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से पेशेंट को रिकवर होने में एक सप्ताह का समय लग रहा है।
हार्ट के पेशेंट को अधिक ध्यान देने की जरूरत
कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट के हार्ट सर्जन प्रो। नीरज कुमार ने बताया कि बदलते मौसम व उमस की वजह से ब्लड गाढ़ा हो जाता है। इस कंडीशन में हार्ट के पेशेंट को अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। इसके अलावा उमस भरी गर्मी में नार्मल व्यक्ति को हार्ट की विभिन्न समस्याओं से बचने के लिए अधिक से अधिक पानी का सेवन करते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि उमस की वजह से हार्ट के पुराने पेशेंट की संख्या भी बढ़ी है। जोकि फॉलोअप के लिए ओपीडी में आ रहे हैं।
डेली 5 हजार से अधिक जांचें
हैलट हॉस्पिटल की पैथोलॉजी में वर्तमान में डेली 5 हजार से अधिक जांच हो रही है। जोकि नार्मल डेज में 2 से तीन हजार के बीच में रहती है। वायरल बीमारियों की वजह से जहां पेशेंट की संख्या ओपीडी में दोगुनी हुई है। वहीं पैथोलॉजी में जांच कराने वाले पेशेंट की संख्या में लगभग दोगुनी हुई है। लिहाजा पेशेंट को रिपोर्ट के लिए अगले दिन का वेट करना पड़ रहा है। जल्द रिपोर्ट के चक्कर में पेशेंट प्राइवेट पैथोलॉजी में भी जांच करा रहे हैं।