कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर की नौबस्ता पुलिस ने मैगी प्वाइंट की आड़ में गांजा बेचने वाले दो मादक पदार्थ विक्रेताओं को अरेस्ट किया है.डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि नौबस्ता थाना क्षेत्र के यशोदा नगर में विजय उर्फ वीरप्पन और उसके पिता पंडित मैगी की दुकान लगाते हैं। दुकान पर मैगी की आड़ में गांजा समेत अन्य मादक पदार्थ बिक्री करने की सूचना मिली थी। नौबस्ता पुलिस ने छापेमारी करके दुकान के पीछे टट्टर में छिपाकर रखा गया 1 किलो। गांजा बरामद कर लिया है।

पुलिस के मुखबिर बन गए तस्कर

इलाके के लोगों ने बताया कि मैगी प्वाइंट पर इलाके के दबंगों की भीड़ लगती थी। इसके चलते दुकानदार के पास अपराधियों से जुड़ा इनपुट रहता था। दुकानदार विजय उर्फ वीरप्पन पुलिस को अपराधियों की मुखबिरी भी करने लगा था। पुलिस से नजदीकी होने का फायदा उठाकर मादक पदार्थ की बिक्री शुरू कर दी। पुलिस को भनक लगते ही दुकानदार समेत दो को अरेस्ट कर लिया।

तीन तस्कर पकड़े, 10 किलो अफीम बरामद

एनसीबी लखनऊ टीम ने कानपुर चकेरी रोड पर एक कार से 10 किलो अफीम बरामद कर 3 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि खूंटी झारखंड से बरेली में अफ़ीम तस्करी की जानकारी मिल रही थीं। एनसीबी लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक के निर्देशन में एनसीबी की टीम ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए कानपुर चकेरी रोड पर एक संदिग्ध कार रुकवाई। इसकी तलाशी में टीम को 10 किलो अफीम बरामद हुई। पकड़े गए तस्करों से पूछताछ के बाद टीम ने मादक पदार्थ की खरीद-फरोख्त में लिप्त सहयोगी, सप्लायर, कैरियर सहित अन्य कुल 3 लोगों को धर दबोचा जिनके नाम रामनाथ मुंडा, रतन सिंह मुंडा, करम सिंह मुंडा हैं। आरोपी अफीम लेकर बरेली जा रहे थे। बरेली के खरीदार की जानकारी मिलते ही टीम ने बरेली से मेराज अहमद को भी अपनी कस्टडी में ले लिया। इनवेस्टिगेशन में तस्करों ने बताया कि वे अफीम झारखंड से लाकर बरेली में सप्लाई करने जा रहे थे।