कानपुर (ब्यूरो)। नौबस्ता चौराहे पर बीते फ्राइडे को अवैध स्टैैंड में वसूली के विवाद को लेकर स्टैैंड संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हाईकोर्ट से लेकर सीएम तक ने अवैध स्टैैंड हटाने के निर्देश दे रखे हैैं। इसके बाद भी कानपुर कमिश्नरेट के मुख्य चौैराहों पर अवैध स्टैैंड जारी हैैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम आपको शहर के प्रमुख चौराहों का आंखों देखा हाल एक-एक कर दिखा रही है। मंडे को टीम रामादेवी चौराहे पर पहुंची। इस दौरान यहां पर जमकर अराजकता दिखाई दी। इन अवैध स्टैंड पर 12 साल के अर्जुन से लेकर 42 साल तक का सादिक टोकन मनी वसूलता मिला। टोकन न देने पर गाली और मारपीट तक की जाती है। हैरानी वाली बात यह है कि पुलिस के सामने ही ये अवैध स्टैंड संचालक खुलेआम गुंदागर्दी करते हैं, लेकिन इसके बाद भी वो आंखें मूंदे हुये हैं।
सीन-1: 12 साल का बच्चा कर रहा वसूली
ये रास्ता रामादेवी से टाटमिल जाने का है। 12 साल का जाजमऊ निवासी ये बच्चा प्लास्टिक का पाइप लेकर वसूली कर रहा है। पूछने पर उसने बताया कि उसकी मां ई रिक्शा चलाती हैै। पिता की मौत हो गई है। स्टैैंड वाले अंकल ने उसे खड़ा किया है। यहीं एक छोटे से प्लॉट में अवैध तरीके से टेंपो स्टैैंड बना रखा है। कुछ दूरी तक निजी बसें खड़ी दिखाई दीं। रही सही कसर ई-रिक्शा और ऑटो ने पूरी कर दी।
सीन-2: अवैध तरीके से भर रहे सवारियां
ये तस्वीर रामादेवी से लखनऊ की है। अवैध तरीके से वैन में सवारियां भरी जा रही हैैं। न कोई रोकने वाला और न ही कोई टोकने वाला। वहीं दूसरी तरफ फ्लाईओवर के नीचे टेंपो, वैन और पिकअप का अवैध स्टैंड है। ड्राइवरों ने बताया कि अभी तक उनको कोई जगह नहीं दी गई, लिहाजा पुलिस ने जाम लगने की वजह से यहां गाडिय़ां खड़ी कराई हैंं। यहां सब्जी मंडी भी लगने लगी है।
सीन-3: वैन से 50 तो रिक्शा से 20 रुपये वसूली
ये रास्ता फतेहपुर जाता है। यहां फतेहपुर से लेकर खागा तक की सवारियां भरने वाली वैन हैैं। लेफ्ट साइड पहले टर्न पर अवैध वैन खड़ी हैैं। यहां सवारियां भरी जा रही हैं। ई-रिक्शा और ऑटो स्टैैंड के अलावा टेंपो भी खड़े हैैं। दुकानदारों ने ये तीनों स्टैैंड अवैध बताए। यहां वैन से 50 रुपये, ई रिक्शा और ऑटो से 20 रुपये की वसूली की जाती है।
सीन-4: डंडे के दम पर करते वसूली
ये रास्ता रामादेवी से यशोदा नगर की तरफ जाता है। तस्वीर में दो युवक पाइपनुमा डंडा लिए खड़े हैैं। ड्राइवरों से वसूली की जा रही है। ये यहां खड़े लोगों से 50 रुपये वसूल रहे हैैं। कैमरा देखा तो एक ने डंडा ऑटो के अंदर रख दिया, जबकि दूसरा वहां से हटकर खड़ा हो गया। टीम को देख ई-रिक्शा और ऑटो ड्रइवर इधर उधर हो गए।
सीन-5:
ये थाने के सामने नौबस्ता से रामादेवी आने वाला रास्ता है। ई-रिक्शा, ऑटो और विक्रम सवारी भर रहे हैैं। इसी दौैरान चौराहे के ठीक नीचे बनी कोठरी में आराम कर रहे टीएसआई को जब पता चला कि न्यूजपेपर वाले चौराहे पर हैैं तो निकल कर बाहर आए और बोले सुबह डीसीपी मैडम आईं थीं। यहीं कानपुर में ट्रेनिंग की और यहीं तैनाती हो गई।
सीन-6: फ्लाईओवर के नीचे भी कब्जा (फोटो )
ये लाइन से खड़े ऑटो देखिए। ये जिस जमीन पर खड़े हैैं। ये फ्लाईओवर के नीचे हैैं। ये भी पूरी तरह से अवैध बताया गया। जबकि इससे 10 कदम की दूरी पर जिस टीएसआई की ड्यूटी लगती है, उनके रेस्ट करने का केबिन भी है। अब बीच चौराहे पर खड़े इन टू व्हीलर्स को देखिए। ये स्टैैंड नहीं बल्कि गलत तरीके से खड़े किए गए टू व्हीलर्स हैैं।
अब जानिए कि चौराहे पर क्या इंतजाम था (तस्वीरों से देखिए)
ये तस्वीर क्रेन में बैठी तीन फीती वाले दीवान जी की है। गर्मी की वजह से ये क्रेन में जूते उतारकर अंगौछे से हवा कर रहे हैैं। जबकि इनकी ड्यूटी सडक़ पर ट्रैफिक कंट्रोल करने की है। जाम लगे अपनी बला से। अब जरा इसी तस्वीर का दूसरा भाग देखिए, तीन होमगार्ड ग्रुप बनाकर मोबाइल पर अपना ध्यान टिकाए हैैं, जबकि एक मोबाइल लेकर किसी शिकार का इंतजार कर रहा है। इसी बीच एक ट्रैफिक कांस्टेबल भी छाता लेकर आते दिखाई दिए।
थाने का नहीं है कोई डर
ये जितनी भी तस्वीरें आपको दिखाई गईं, ये सभी थाने से 50 कदम के इर्द गिर्द की हैैं। अगर जाम लगता है तो लगे, थाना पुलिस को इससे मतलब नहीं है। ये स्टैैंड के संचालक और वसूली करने वाले भी खूब जानते हैैं कि कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता क्योंकि पुलिस ही उनकी सरपरस्ती कर रही है।