कानपुर (ब्यूरो)। महाकुंभ 2025 से पहले तक सभी टेनरियों का ट्रीटमेंट प्लांट से कनेक्शन हर हाल में कर दिया जाए। प्लांट को पूरी क्षमता के साथ ऑपरेट किया जाए जिससे गंगा में एक बूंद भी गंदा पानी न जाने पाए। ये आदेश शुक्रवार को जाजमऊ वाजिदपुर स्थित टेनरी एफ्लुएंट ट्रीटमेंट एसोसिएशन (जटेटा)के 20 एमएलडी कामन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) का निरीक्षण करने आये उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन डॉ.रङ्क्षवद्र प्रताप ङ्क्षसह ने कही। उन्होंने जाजमऊ स्थित रहमान टेनरी वाजिदपुर पंङ्क्षपग स्टेशन और एनएनएआई अंडरपास का भी निरीक्षण किया।

निरीक्षण करने पहुंचे थे चेयरमैन

शुक्रवार दोपहर यूपीपीसीबी के चेयरमैन डॉ। ङ्क्षसह निरीक्षण करने पहुंचे। पहले उन्होंने जाजमऊ स्थित रहमान टेनरी का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने एनएचएआई अंडरपास का निरीक्षण किया जहां से टेनरियों का कनेक्शन करने के लिए पाइपलाइन डाली जानी है। इसके लिये पीडब्ल्यूडी और नगर निगम से अनुमति लेनी है। अशरफाबाद के पास उन्होंने कुछ टेनरियों के निरीक्षण के दौरान मैनहोल, कनेक्शन और फ्लोमीटर भी देखे। इसके बाद वह वाजिदपुर स्थित जटेटा के 20 एमएलडी सीईटीपी प्लांट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मिङ्क्षक्सग प्लांट, इनलेट, आउटलेट और टेनरी वेस्टेज के बारे में जानकारी की।

दो महीने के अंदर प्लांट से जोड़ें

निरीक्षण के बाद उन्होंने प्लांट में ही अधिकारियों के साथ बैठक भी की। जहां पर उन्होंने महाकुंभ से पूर्व दो माह के अंदर ही सभी टेनरियों का प्लांट से किए जाने और प्लांट को पूरी क्षमता से चलाये जाने के निर्देश दिए ताकि गंगा में गंदा पानी न जा सके। इस मौके पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा, जल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर मोहित चक,नगर निगम के चीफ इंजीनियर सैय्यद फरीद अख्तर जैदी, जटेटा के सचिव रिजवान नादरी और स्माल टेनर्स से फिरोज आलम और नफीस अहमद आदि मौजूद रहे।

प्लांट में पौधरोपण कराएं

निरीक्षण के दौरान चेयरमैन डा.रङ्क्षवद्र प्रताप ङ्क्षसह ने जटेटा के सचिव रिजवान नादरी से प्लांट में पौधरोपण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शुद्ध हवा के लिये प्लांट की खाली जगह में पीपल,नीम बरगद आदि के पौधे लगवाएं। इसके साथ ही प्लांट में टेनरी का पानी शोधित करने के दौरान उठने वाली दुर्गंध से बचने के लिये खुशबूदार पौधे लगवाएं। जिससे हरियाली के साथ ही पर्यावरण भी शुद्ध रहेगा।