कानपुर (ब्यूरो)। शहर में साइबर ठगी के दो मामले सामने आए हैं। रिटायर्ड अरपीएफ के सब इंस्टपेक्टर की पत्नी से पड़ोसी ने 14 लाख रुपए की ठगी कर ली। वह अपनी बेटी के साथ कभी क्राइम ब्रांच तो कभी कोतवाली के चक्कर लगा रही हैैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। थर्सडे को पीडि़ता ने एसीपी कोतवाली आशुतोष से मामले की शिकायत की। एसीपी ने एसीपी क्राइम मोहसिन खां से शिकायत की बात कही है। वहीं, आईफोन के नाम पर एक महिला से 57 हजार की ठगी हो गई। पीडि़ता ने पुलिस से शिकायत की है।
ये है पूरा मामला
रामसेवक दिवाकर सेंट्रल स्टेशन में आरपीएफ में सब इंस्पेक्टर थे। 2002 में रिटायरमेंट के बाद उनकी मृत्यु हो गई। उनका जो पैसा था, वह पत्नी पुष्पा दिवाकर के रेलबाजार स्थित एसबीआई के अकाउंट में आ गया। पुष्पा पढ़ी लिखी नहीं हैैं। ऐसे में कई दिनों तक अकाउंट से लेनदेन न होने पर अकाउंट बंद हो गया। करीब एक साल पहले पुष्पा देवी पड़ोस में रहने वाले उत्कर्ष जायसवाल के साथ बैैंक गईं। उत्कर्ष ने फार्म अपने नाम से भरकर केवाईसी करा दी। इसके बाद खाते से 14 लाख रुपये निकाल लिए। जब पुष्पा बेटे दिनेश के इलाज के लिए रुपये निकालने बैंक गई तो पता चला कि बैैंक अकाउंट खाली है। जानकरी पर पता चला कि उत्कर्ष और मोहित गुप्ता के खाते में रकम गई है। उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और फिर छोड़ दिया। तब से वह रकम वापसी के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रही हैं।
सस्ते आईफोन के चक्कर में गंवाए 57 हजार
शिवाला निवासी पिंकी उर्सला में फोर्थ क्लॉस कर्मचारी हैैं। पिंकी ने बताया कि 14 नवंबर को उनके मोबाइल पर एक लिंक आया। जिसके नीचे एक नोट लिखा था कि सस्ता आईफोन लेना है तो लिंक को क्लिक करेें। उन्होंने लिंक पर क्लिक कर दिया। इसके बाद से एक अंजान नंबर से कॉल आने लगी। पिंकी के मुताबिक, 9 बार में आरोपी ने उनसे 57716 रुपये अपने खाते में डलवा दिए। इसके बाद 22 हजार 500 रुपये और मांगे। तब जाकर पिंकी को ठगी का अहसास हुआ। पिंकी ने मामले की जानकारी पुलिस को दी है।