कानपुर (ब्यूरो)। कमिश्नरेट पुलिस ने एक बार फिर अपने कारनामे से सभी को चौंका दिया है। कारोबारी के घर चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने में तो चकेरी पुलिस ने छह दिन लगा दिए लेकिन जांच करने में उसने स्कॉटलैंड यार्ड(ब्रिटिश पुलिस) को भी पीछे छोड़ दिया। सिर्फ 24 घंटे के अंदर मामले की जांच पूरी कर ली और फाइनल रिपोर्ट लगा दी। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल के आसपास के सीसी कैमरे चेक किए जिसमें चोरी की घटना होनी नहीं पाई गई है। वहीं रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पीडि़त का कहना है कि चोर उसके यहां से 15 लाख का माल समेट ले गए हैं।
भाभी कहकर खुलवाया दरवाजा
मामला चकेरी थाना क्षेत्र के लाल बंगला बाजार निवासी कारोबारी के घर हुई 15 लाख की चोरी का है।
मूलरूप से रायबरेली जनपद के लालगंज मधुरपुर निवासी जितेंद्र ङ्क्षसह लाल बंगला बाजार में उमादत्त जायसवाल के मकान में पत्नी रूबी और दो बच्चों के साथ घर की चौथी मंजिल पर किराए पर रहते हैं। उनके साथ उनकी 15 साल की भतीजी रिचा भी यहां रहकर पढ़ाई करती हैं। जितेंद्र ने बताया कि चार अक्टूबर को देर रात एक युवक ने भाभी कहकर दरवाजा खुलवाया। इसके बाद एक साथ चार लोग उनके घर में घुस आए उन्होंने रूबी और रिचा को नशीला पदार्थ सुंघाकर बेसुध कर दिया।
बेहोश करने के बाद
जितेंद्र के मुताबिक, बेहोश होने के बाद चोरों ने पूरे इत्मिनान के साथ घर में अलमारी के लॉकर और बक्सों के ताले तोडक़र चोरी की। चोर 50 हजार रुपये की नकदी और हार, कंगन, चेन और अंगूठी समेत करीब 15 लाख का माल पार कर ले गए। सुबह जब दोनों की नींद खुली तो बिखरा सामान देखकर उन्हें घटना की जानकारी हुई। इस पर जितेंद्र ने चकेरी पुलिस को घटना की जानकारी दी। थाने चौकी के चक्कर काटने छह दिन बाद पुलिस ने 11 अक्टूबर को चोरी की रिपोर्ट दर्ज की। वहीं रिपोर्ट दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने चोरी की घटना को झूठा बताते हुए मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
आखिर मैं झूठा मुकदमा क्यों लिखवाउंगा?
पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर स्थित गोपाल साहा के मकान में लगे चारों सीसी कैमरे चेक किए गये। जिसमें रात 12 से सुबह चार बजे तक की फुटेज में कोई भी संदिग्ध आता-जाता नजर नहीं आया। चकेरी थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि सीसी फुटेज और साक्ष्य संकलन के दौरान मुकदमा झूठा पाया गया जिसके चलते फाइनल रिपोर्ट लगाई गई है। वहीं पीडि़त जितेंद्र का कहना है कि आखिर वह अपने घर चोरी का झूठा मुकदमा क्यों दर्ज कराएंगे?
सीसी फुटेज और साक्ष्य संकलन के दौरान मुकदमा झूठा पाया गया जिसके चलते फाइनल रिपोर्ट लगाई गई है।
अशोक कुमार दुबे, चकेरी थाना प्रभारी
पीडि़त और पुलिस का दावा
04 अक्टूबर को कारोबारी के घर चोरी की घटना
11 अक्टूबर को पुलिस ने दर्ज किया मामला
50 हजार नगर सहित 15 लाख की चोरी
24 घंटे में पुलिस ने जांच कर लगाई एफआर
12 बजे रात से सुबह 4 बजे तक नहीं दिखा संदिग्ध
पुलिस पर सवाल
-पुलिस ने छह दिन क्यों लगा दिए रिपोर्ट दर्ज करने में
-छह दिन तक पुलिस ने क्या इविडेंस जुटाए केस में
-एफआर लगाने की आखिर इतनी जल्दी क्या थी
-कोई इविडेंस नहीं थे तो फिर केस क्यों दर्ज किया गया
-कोई अपने घर चोरी का झूठा मूकदमा क्यों दर्ज कराएगा
-अगर कैमरे में संदिग्ध कैद नहीं तो क्या घटना नहीं हुई
- झूठा मुकदमा लिखाने पर कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं