कानपुर (ब्यूरो)। अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश का सीधा असर ट्रेनों की रफ्तार पर पड़ा है। मंडे को सेंट्रल स्टेशन पर कई ट्रेनें घंटों देरी से आईं। इससे पैसेंजर्स को परेशानियों से गुजरना पड़ा। जो पैसेंजर ट्रेन में सवार थे, उनका खाना पानी सब खत्म हो गया। वहीं इन ट्रेनों के इंतजार में जो लोग स्टेशनों पर बैठे तो वो भी हलकान हो गए। पैसेंजर्स का कहना है कि रेलवे सिर्फ सुविधाओंं के बड़े बड़े दावे करता है जबकि हकीकत सामने है। बता दें कि इससे पहले सेंट्रल स्टेशन पर ट्रैक पर पानी भरने से सिग्नल प्रभावित होने के कारण ट्रेनें फंस चुकी हैं।
राजधानी एक्सप्रेस भी लेट
दिल्ली-हावड़ा, लखनऊ-मुंबई रेल रूट से संबंधित ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण पैसेंजर्स को घंटों तक स्टेशन पर इंतजार करना पड़ा। संडे को आने वाली ट्रेन मंडे को स्टेशन पहुंची। इसमें बरौनी-राप्ती सागर एक्सप्रेस 37 घंटे देरी आई। इसी तरह नई दिल्ली-मालदा स्पेशल 14 घंटे, कुशीनगर एक्सप्रेस पौने चार घंटा, बरौनी नई दिल्ली स्पेशल पौने तीन घंटा लेट रही। गोरखपुर पनवेल एक्सप्रेस ढाई घंटा, लखनऊ से कानपुर सेंट्रल मेमू डेढ़ घंटा, नीलांचल एक्सप्रेस सवा तीन घंटा, ऊंचाहार एक्सप्रेस सवा घंटा, ब्रह्मपुत्र मेल पौने दो घंटा देरी से आई।
इससे पैसेंजर्स को समस्या हुई। गोमती एक्सप्रेस, सियालदह राजधानी एक्सप्रेस, रांची राजधानी एक्सप्रेस ने भी पैसेंजर्स को छकाया। प्रयागराज डिवीजन के पीआरओ अमित ङ्क्षसह ने बताया कि ट्रेनों पर बारिश के कारण थोड़ा असर पड़ा है। उसे भी जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा।
इन ट्रेनों ने पैसेंजर्स को किया परेशान
ट्रेन- देरी
बरौनी-राप्ती सागर एक्सप्रेस- 37 घंटे
नई दिल्ली-मालदा स्पेशल -14 घंटे
कुशीनगर एक्सप्रेस - 3.45 घंटा
बरौनी नई दिल्ली स्पेशल- 2.45 घंटा
गोरखपुर पनवेल एक्सप्रेस- ढाई घंटा,
लखनऊ से कानपुर मेमू -डेढ़ घंटा
नीलांचल एक्सप्रेस - सवा तीन घंटा
ब्रह्मपुत्र मेल - पौने दो घंटा