- एआई टेक्नोलॉजी से ट्रेनों में वारदात रोकेगा रेलवे

- राजधानी, शताब्दी, दूरंतो एक्सप्रेस सहित सभी वीआईपी ट्रेनों के कोच में लगाए जाएंगे आर्टिफीशियल इंटेजीजेंस सिस्टम

- किसी भी क्रिमिनल के एंट्री करते ही कंट्रोल रूम में भेज देगा इंफॉर्मेशन, सर्वर में पहले से ही फीड होगी क्रिमिनल्स की फोटो

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KANPUR। ट्रेनों में बढ़ती आपराधिक वारदातों को रोकने के लिए रेलवे अब टेक्नोलॉजी का सहारा लेगा। रेलवे बोर्ड ने सभी कोचों में आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम लगाने का फैसला लिया है। प्लान के फ‌र्स्ट फेज में तीन माह के अंदर 100 कोचों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम से लैस करने का टारगेट रखा गया है। इन कोचों को विभिन्न रूटों पर चलने वाली राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, गरीब रथ जैसी वीआईपी ट्रेनों में लगाया जाएगा।

अपराधी का चेहरा स्कैन कर

एनसीआर सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कोच में आटिफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम से लैस कोचों में क्रिमिनल्स के इंट्री करते ही कंट्रोल रूम में बैठे सुरक्षाकर्मियों को उसकी लोकेशन मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि सिस्टम के कंट्रोल रूम के सर्वर में देश के सभी चिन्हित बड़े क्रिमिनल्स की फोटो सेव की जाएगी। जिसके आधार पर कोच में लगा कैमरा ट्रेन के अंदर इंट्री करने वाले क्रिमिनल का चेहरा स्कैन कर कंट्रोल को इसकी जानकारी दे देगा।

नाइटविजन कैमरे भी लगेंगे

रेलवे अफसरों के मुताबिक इन कोचों में नाइटविजन के 4 मेगा पिक्सल के कैमरे लगाए जाएंगे। यह कैमरा कोच में चढ़ने वाले पैसेंजर्स के फोटो को सिस्टम में उपलब्ध क्रिमिनल्स के डेटा से मिलान कर अवांछित तत्व के होने पर सीधे आरपीएफ कंट्रोल रूम को सूचना दे देगा। इसके अलावा कोच में ऐसे सेंसर लगाए गए है। जो यह बता देंगे कि कोच में पानी खत्म हो गया है। कोच के व्हील गर्म होने की सूचना के साथ कोच की विभिन्न समस्याओं की भी इंफॉमेर्1शन देगा।

कैफियत एक्सप्रेस में हाेगा ट्रायल

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस सिस्टम से लैस कोचों को तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इसका ट्रायल कैफियत एक्सप्रेस में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कोच पैसेंजर इंफॉर्मेशन एंड कोच कंप्यूटर यूनिट से लैस है। कोच में लगे कैमरों की रिकार्डिग गूगल क्लाउड्स पर रिकार्ड होगा। जिससे रेलवे व आरपीएफ अधिकारी ट्रेन का लाइव स्टेटस मोबाइल फोन या लैपटाप पर भी देख सकेंगे।

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3 लाख से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन

389 ट्रेनों का सेन्ट्रल पर प्रतिदिन आवागमन

100 कोचों में एआई सिस्टम लगाया जाएगा

3 महीने के अंदर इसका ट्रायल किया जाएगा।

30 वीआईपी ट्रेनों में फ‌र्स्ट फेज में लगेगा सिस्टम

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'' पैसेंजर्स की सेफ्टी व ट्रेनों में होने वाले क्राइम को कंट्रोल करने के लिए रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों के कोचों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिस्टम से लैस करने की प्लानिंग तैयार की है। जिसका फायदा अगले तीन माह में पैसेंजर्स को मिलने लगेगा.''

अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनसीआर