कानपुर (ब्यूरो)। बलिया में थर्सडे को पुलिसकर्मियों के ट्रकों से वसूली की घटना सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दलालों पर शिकंजा कस दिया है। सीएम के आदेश पर पूरे प्रदेश में फ्राइडे को छापेमारी की गई। कानपुर आरटीओ में भी एसडीएम और डीसीपी सेंट्रल की अगुवाई में नाटकीय ढंग से छापेमारी हुई। जिससे भगदड़ मच गई। कई दलाल दीवार फांदकर भाग निकले। पुलिस ने चैनल बंदकर 200 लोगों को घेर लिया। इकसे बाद 50 लोगों को हिरासत में लिया। पहचान के बाद 16 लोगों को थाने ले गई। देर शाम 12 दलालों को गिरफ्तार किया। चार लोगों के आम आदमी होने के चलते छोड़ दिया। सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। ऑफिसर्स का कहना है कि दलालों पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
सार्दी वर्दी में मारा छापा
फ्राइडे सुबह सेंट्रल जोन के कुछ पुलिस कर्मी सादी वर्दी में आरटीओ ऑफिस पहुंच गए। अलग-अलग जगह पर पहुंच कर किसी ने ड्राइविंग लाइसेंस तो किसी ने आरसी और किसी ने गाड़ी फिटनेस के रेट पूछने शुरू किए। इसी दौरान इन पुलिसकर्मियों को कुछ दलाल मिल गए, जिन्होंने सुविधा शुल्क के साथ फीस और काम सुगमता से कराने का दावा किया। पुलिसकर्मियों ने काम कराने की फीस दे दी। इसी बीच सिविल में मौजूद पुलिस कर्मियों ने डीसीपी सेंट्रल को जानकारी दी और चैनल के अंदर 200 लोग बंद कर लिया। जिससे अफरा तफरी मच गई।
पुलिसकर्मियों पर हमला
सादी वर्दी में पुलिसकर्मिर्यों पर दलालों ने हमला कर दिया। मारपीट और हंगामा बढ़ता इससे पहले पुिलस ने पूरा ऑफिस घेर लिया। एसडीएम राजेश कुमार के साथ पुलिस ने छापेमारी की। आरटीओ के बाहर से लेकर अंदर तक घेराबंदी करके 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया। जबकि कई तो दीवार कूदकर भाग निकले। जांच में सामने आया कि इसमें 16 दलाल थे। जिनके हाथों में आरटीओ से जुड़े कई लोगों के दस्तावेज मिले हैं।
12 दलालों पर कार्रवाई
पुलिस ने जब इन 16 लोगों से पूछताछ की तो 12 दलाल सामने आए। इन सभी को पुलिस ने हिरासत में लिया है। डीसीपी सेंट्रल राजेश सिंह ने बताया कि दलालों के खिलाफ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। छापेमारी में एसीपी सीसामऊ चित्रांशु, एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार और एसीपी स्वरूप नगर शिखर कुमार के साथ तीनों सर्किल की पुलिस बल मौजूद रहा।
लीक हुई रेड की सूचना
स्थानीय पुलिस की दलालों से साठगांठ की वजह से पुलिस को छापेमारी में बड़ी सफलता नहीं मिली। सिविल में आए पुलिसकर्मियों को किसी काम से आरटीओ आए थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने देख लिया था और उनकी अपने मिलने वाले बड़े दलालों को जानकारी दे दी थी, जिसकी वजह से दलाल मौके से फरार हो गए। सूचना मिलने ती वजह से आरटीओ के बड़े दलालों के दफ्तर पहले से ही बंद थे। कई बड़े दलाल भी आरटीओ से गायब थे। इससे एक बात तो साफ है कि छापेमारी की सूचना लीक हो गई थी। इसके चलते आरटीओ में दलाली का मकडज़ाल फैलानी वाली बड़ी मछलियां बच गईं और छोटों पर गाज गिरी है।
शासन के निर्देश पर सेंट्रल जोन के पुलिस अधिकारियों और एसडीएम की टीम ने छापेमारी की थी। दलालों का सिंडिकेट तोडऩे के लिए लगातार छापेमारी जारी रहेगी।
राजेश कुमार सिंह, डीसीपी सेंट्रल कानपुर कमिश्नरेट