कानपुर (ब्यूरो)। कानपुर कमिश्नरेट में इन दिनों ऑपरेशन हाफ एनकाउंटर जारी है। अपराधियों में कानून का खौफ कायम करने के लिए अपराधियों को &लंगड़ा&य किया जा रहा है। बीते कुछ महीनों में पुलिस ने 13 हाफ एनकाउंटर कर दिए हैैं। लेकिन, यही हाफ एनकाउंटर अब खाकी के लिए मुसीबत बन गए हैं। कई हाफ एनकाउंटर को एकतरफा कार्रवाई बताते हुए पीडि़तों ने हाई कोर्ट में चैलेंज कर दिया। हाईकोर्ट के आदेश पर मजिस्ट्रेटियल इनक्वायरी कराई गई। रिपोर्ट में 4 मामलों में कमिश्नरेट पुलिस खुद अपने ही जाल में फंसती नजर आ रही है।
इसलिए उठे सवाल
मामलों की मजिस्ट्रेटियल जांच की गई तो टेक्निकल, फॉरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट के मेल न खाने से पुलिस के हाफ एनकाउंटर और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। मामले में हाईकोर्ट ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर को भी जवाब देने के लिए तलब किया था। कमिश्नरेट की तरफ से मामलों में एफिडेविट दाखिल कर दिया गया है। अब चारों मामलों में हाई कोर्ट में जवाब दाखिल करने का प्रॉसेस चल रहा है।

इन मामलों में पाई गई खाकी दोषी
1. 29 मार्च 2024 : कानपुर पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी करने वाले 25 हजार के इनामी राजा रब्बानी को पैर में गोली मारकर दबोच लिया। शातिर तस्कर दबिश के दौरान पुलिस पर हमला करके फरार हो गया था।
जांच में ये पाया दोष : मेेडिकल रिपोर्ट में ब्लैकनिंग पाई गई, जिसका मतलब है करीब से गोली मारी गई, जबकि पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में भागते हुए राजा रब्बानी पर फायर करने की बात कही है।
2. 3 अप्रैल 2024 : बुधवार सुबह मूलगंज क्षेत्र में रोटी वाली गली में गोकशी के मामले में फरार आरोपी जीशान का पुलिस ने हाफ एनकाउंटर कर दिया। पुलिस के मुताबिक उसे कैंट स्थित मैकूपुरवा में ट्रेस किया गया। मुठभेड़ के दौरान वह स्कूटी से साथी के साथ जा रहा था।
जांच में ये पाया दोष : सुबह घटना होने के बाद शाम को ही 25 हजार का ईनाम और उसके बाद रात में हाफ एनकाउंटर। फैमिली का दावा है कि सुबह से ही जीशान को पुलिस ने पकड़ रखा था।

3. 3 मार्च 2024 : फूलबाग चौराहे के पास से किडनैप दो साल के बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस ने किडनैपर्स से मुठभेड़ के बाद बच्चे को बरामद किया है। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से दोनों किडनैनर्स घायल हो गए।
जांच में ये पाया दोष : बाइक का नंबर जूही चौराहे पर ट्रेस हुआ। फुटेज ट्रेसिंग कर आरोपी पकड़े गए। ये पुलिस की जीडी में दर्ज है। जबकि एनकाउंटर की फर्द में पुलिस ने दौड़ाते हुए किडनैपर्स को गोली मारने की बात लिखी है।
4. 2 अप्रैल 2024 : पनकी पुलिस ने काले रंग की स्प्लेंडर में सवार बदमाशों क साथ मुठभेड़ की, जिसमें ईनामी बदमाश को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के शिकंजे मेें आए बदमाश का नाम आकाश कोष्ठा है और उस पर 25 हजार रुपये का ईनाम था।
जांच में ये पाया दोष : जिस समय एनकाउंटर का समय दिखाई गया है, उस समय आकाश कोष्ठा की लोकेशन पनकी एरिया में दिखाई दे रही है, जबकि फर्द में लोकेशन कानपुर के बाहर दिखाई गई है। जिसका जवाब पुलि को देना है।

एक्सपर्ट्स की राय
हाफ एनकाउंटर्स में टेक्निकल, फॉरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट एक सी होनी चाहिए। अगर इनमें एक भी रिपोर्ट दूसरे से डिफरेंट होती है तो अपराधी और उसके परिवार वाले पुलिस की कोर्ट में घेराबंदी करते हैैं। कोर्ट से जांच के आदेश के बाद भी ज्यादातर मामलों में किसी पुलिसकर्मी का दोष सिद्ध नहीं होता है, लेकिन जब तक जांच चलती है तब तक हाफ एनकाउंटर या एनकाउंटर की फर्द में शामिल पुलिसकर्मियों के सिर पर कार्रवाई की तलवार लटकती रहती है।