कानपुर (ब्यूरो)। आपराधिक मामलों में निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई के विभागीय संकेत मिल रहे हैैं। चोरी का सोना हड़पने के मामले में पुलिस रेलबाजार थाना प्रभारी रहे विजय दर्शन शर्मा, ट्रेनी दरोगा व दो हेड कांस्टेबल को सह अभियुक्त बनाएगी। पूरे मामले की जांच एडीसीपी ईस्ट को सौंपी गई है। वहीं मामले में बर्रा थाने के एसओ की भूमिका की भी जांच की जाएगी।
गिरफ्तारी की तलवार
एसओ रहे विजय दर्शन व ट्रेनी दरोगा और दो हेड कांस्टेबल पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं। अब इन पर निर्देश के बाद चारों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। बता दें कि 30 सितंबर को बर्रा निवासी टीचर शालिनी दुबे के घर चोरी हो गई थी। बर्रा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से रामाश्रयनगर निवासी सुनील उर्फ पुछकटी को पकड़ लिया था। पूछताछ में उसने बताया कि एसओ रेलबाजार विजय दर्शन व उनकी टीम ने सारे जेवर और एक लाख रुपये लेकर उसे छोड़ दिय था।
3 दिन तक बिठाए रहे एसओ बर्रा
तीन दिन तक एसओ बर्रा आरोपी सुनील को हवालात में बैठाए रहे और चोरी का माल बरामद करने में जुटे रहे लेकिन आला अधिकारियों को जानकारी नहीं दी। सोशल मीडिया पर चोरी का माल बेचे जाने की सूचना वायरल हुई तो एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने एसीपी कैंट से जांच कराई। प्रारंभिक जांच में आरोप सही मिलने पर एसओ रेलबाजार विजय दर्शन शर्मा, ट्रेनी दरोगा नवीन श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल सुभाष तिवारी व हेड कांस्टेबल हामिल हफीज को निलंबित कर एडीसीपी ईस्ट राजेश श्रीवास्तव को जांच सौंप दी।