कानपुर (ब्यूरो)। पॉश एरिया सिविल लाइंस में नजूल की एक हजार करोड़ से ज्यादा कीमती जमीन पर कब्जा करने के मामले में गिरफ्तार पत्रकार अवनीश दीक्षित को जेल भेजने के बाद पुलिस की टीमें अन्य 12 आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैैं। डीसीपी ईस्ट के मुताबिक ग्वालटोली में जितेश झा और हरबंश मोहाल में आरोपी को शेल्टर देने वाले दिनेश पांडे के घर पुलिस ने दबिश दी लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। आरोपियों की गिरफ्तारी करने वाली टीम की लीड एसीपी कर्नलगंज आईपी सिंह कर रहे हैैं। एडिशनल सीपी लॉ एंड ऑर्डर हरीश चंदर ने बताया कि अवनीश को गलत तरीके से पॉवर ऑफ अटार्नी बनाया गया था।
हरेंद्र मसीह पर 17 केस दर्ज
अवनीश के नाम पॉवर ऑफ अटार्नी करने वाला हरेंद्र मसीह खुद इस जमीन का केयरटेकर था। एक केयरटेकर दूसरे किसी भी व्यक्ति को केयरटेकर नहीं बना सकता है। जांच में सामने आया कि हरेंद्र मसीह की केयरटेकिंग 2010 में खत्म हो गई थी। जिसके बाद उसे हटा दिया गया था। इस नजूल की जमीन पर 2012 और 2014 में कब्जा करने की कोशिश की गई थी। एडिशनल सीपी ने बताया कि लीज की अवधि पूरी होने के बाद जमीन राज्य सरकार की संपत्ति हो जाएगी। राज्य सरकार की संपत्ति को न कोई खरीद सकता है और न बेच सकता है। डीसीपी ईस्ट ने बताया कि हरेंद्र मसीह पर 17 केस दर्ज हैैं, उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
दो टीमें कर रही हैैं काम
एडिशनल सीपी ने बताया कि दो केस अब तक दर्ज किए गए हैैं। इन मामलों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। एसआईटी में डीसीपी ईस्ट, एडीसीपी ईस्ट, एसीपी कोतवाली, एसएचओ कोतवाली और चार सब इंस्पेक्टर हैैं। पूरे मामले की गहन समीक्षा की जा रही है। दूसरी टीम डीएम कानपुर नगर ने बनाई है जिसमें एसडीएम, तहसीलदार और रेवेन्यू की टीम है। टीम ने ट्यूजडे को नजूल की इस विवादित जमीन का स्थलीय निरीक्षण किया। परिसर में पीएसी तैनात की गई है। रेवेन्यू की टीम ने पहले पूरी जमीन का निरीक्षण किया। इसके बाद एडवोकेट नीरू सिंह से जमीन के संबंध में जानकारी ली। मौजूद गार्ड संजय श्रीवास्तव और लोगों ने बताया कि परिसर में किरन सैमुअल समेत चार परिवार रहते हैैं।
तीन जून बवाल के आरोपियों से कनेक्शन
एडिशनल सीपी ने बताया कि मौके के फुटेज कलेक्ट किए जा रहे हैैं। जो भी फुटेज सामने आएंगे, उसे जांच में शामिल किया जाएगा। जो भी पॉवर ऑफ अटॉर्नी और दूसरे कागज सामने आएंगे, उनकी साइंटिफिक जांच स्पेशल टीम से कराई जाएगी। पुलिस का मानना है कि अवनीश और दूसरे आरोपियों की सीडीआर निकाली गई है, जिससे अहम जानकारी मिली है। अवनीश की कॉल डिटेल में 3 जून 2022 को यतीमखाने में बवाल के आरोपियों के नंबर भी मिले हैैं। ये आरोपी इस पूरे मामले में फंडिंग कर रहे थे। इनके साथ प्रॉपर्टी में भी अवनीश के साझेदार होने की पुष्टि हुई है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि बहुत से इविडेंस सामने आए हैैं, जिनकी जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया पर किसने चलाया मैसेज
बीते संडे को पुलिस ने अवनीश सहित अन्य आरोपियों पर मामला दर्ज किया था, जिसके बाद पुलिस ने अवनीश की अरेस्टिंग की थी। अवनीश के अरेस्ट होने के बाद सोशल मीडिया से मैसेज करके लोगों को कोतवाली बुलाया गया था। यहां लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पूरी रात हंगामा होता रहा था। ट्यूजडे को पुलिस ने हंगामा कर रहे इन लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बीटीएस (बेस ट्रांसमिशन रिसीवर) के माध्यम से इविडेंस कलेक्ट किए, जिसमें मैसेज भेजने वाले और कॉलर्स की जानकारी मिली है। पूरी डील में शहर के एक चर्चित भाजपा नेता का बेटा भी शामिल है। अवनीश के साथ रहने वालों का डिटेल भी पुलिस कलेक्ट कर रही है।