कानपुर (ब्यूरो)। Kanpur Ekta Murder Case: एकता मर्डर केस में विमल को जेल भेजने के बाद भले ही लोग एकता कांड को पूरा वर्कआउट मान रहे हैं लेकिन इस हत्याकांड की जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे वैसे नए सवाल खड़े होते जा रहे हैं और नए एंगल भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को हत्यारोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी और एकता के बीच 200 से ज्यादा पेज की वाट्स एप चैट मिली है। जिसमें एकता और विमल के बीच पति के अलावा निखिल का नाम सामने आया है। अब ये निखिल कौन है? एकता की लाइफ में इसकी क्या भूमिका थी, फिलहाल इसका जवाब न तो पुलिस के पास है और न ही एकता के घर वालों के पास। निखिल की जानकारी के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर पूछताछ की जाएगी। चैट में दोनों तरफ से कम्युनिकेशन है। कहीं रिश्तों में तल्खी तो कहीं दोनों के रिलेशन गंभीर भी दिखाई दिए हैैं।
जिम का कृष्ण कन्हैया था विमल
पुलिस ने जिम के पुराने फुटेज भी निकलवाए हैैं। जिसमें विमल तमाम महिलाओं को एक्सरसाइज कराने के दौरान सामान्य नहीं दिखाई दे रहा है। फुटेज का सोशलॉजिस्ट से अध्ययन भी कराया गया, जिसमें उसने अपनी साफ राय दी है कि विमल सामान्य नहीं है। एक शब्द दंभी भी रिपोर्ट मेें अंकित किया गया है। जिम से पुलिस को जानकारी मिली है कि जिम में आने वाली महिलाएं विमल से पूछकर उसकी पसंद का नाश्ता लाती थींं। 24 जून को भी वह एकता के साथ सभी महिलाओं को हंसी खुशी जिम कराता रहा। उसके बाद एकता और विमल दोनों अलग-अलग रास्तों से कार तक पहुंचे थे। लोगों ने पुलिस को बताया है कि दोनों के रिश्तों को लेकर जिम में कानाफूसी होने लगी थी। यह भी जानकारी मिली है कि जिम की महिलाएं विमल की आर्थिक जरूरतें बी पूरा करती थीं।
पुलिस के मुताबिक विमल 24 जून को हत्या की स्क्रिप्ट के मुताबिक, जिम आने से पहले अपना बैग लगाकर आया था। घटना के बाद उसने अपने भांजे से बैग मंगवाया था, जिसमें कपड़े और जरूरत का सारा सामान मौजूद था। विमल जिम ट्रेनर था, इसलिए उसे तलाश रही पुलिस ने पूरे यूपी के जिमों में उसका फोटो सर्कुलेट कर दिया था, जिससे अगर वह किसी जिम में काम करने जाए तो पकड़ा जा सके। कई इनफार्मर ने उसके बहनोई के घर में होने की जानकारी दी लेकिन कौन सा बहनोई है? ये बात साफ नहीं हो पा रही थी, इसलिए पुलिस विमल तक नहीं पहुंच पाई थी। जिस विमल को पुलिस जिम में तलाश रही थी वह अपने दिमाग का शातिराना अंदाज इस्तेमाल करते हुए दिल्ली और पंजाब में होटलों में बर्तन धो रहा था।
4 महीने से बंद किए था तीन मोबाइल
24 जून को वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस को विमल की लास्ट लोकेशन बस स्टॉप पर मिली थी। यहां उसके मोबाइल बंद हो गए थे। इसके बाद से उसने तीनों मोबाइल ऑफ कर दिए। 15000 की नौकरी में तीन लोगों का परिवार और बहन और भांजों का खर्च उठाने के बाद विमल कैसे लक्जूरियस लाइफ स्टाइल जी रहा था? ये प्रश्न तो बड़ा है लेकिन इसका उत्तर बहुत आसान है। उसके खाते का ट्रांजेक्शन चेक करने के लिए दो साल की डिटेल मांगी गई है।
पिता के खाते से निकाले थे 20 हजार रुपये, दो साल की डिटेल पुलिस ने मांगी
विमल की मां सफाई कर्मी थी, उनकी मृत्यु के बाद पेंशन पिता के खाते में आती थी। इस खाते को भी विमल ही हैैंडिल करता था। इस खाते में पुलिस को आठ लाख रुपये मिले हैैं। इसी खाते से विमल ने 20 हजार रुपये आगरा से निकाले थे, जिसकी जानकारी पुलिस को मिली तो इस खाते को सीज करा दिया गया था। वहीं विमल के व्यक्तिगत खाते में 2500 रुपये थे। 2000 रुपये एक बार में निकाले गए जबकि दूसरी बार खाते में केवल 500 रुपये ही बचे थे, जिसे विमल ने निकालकर खाता शून्य कर दिया।
7 दिन का मांगा कस्टडी रिमांड
ट्यूजडे को पुलिस ने विमल का सात दिन का कस्टडी रिमांड मांगा है। पुलिस का मानना है कि कम से कम पांच दिन का रिमांड मिल सकता है। समय बर्बाद न हो इसके लिए इस मामले से जुड़े तमाम पुलिसकर्मियों को क्वेश्चन तैयार करने के लिए लगाया गया है। सारी इनवेस्टिगेशन के इलेक्ट्रॉनिक इविडेंस तैयार किए जाएंगे। साथ ही पूरी पूछताछ की वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस करेगी। इस मामले में मीडिया ने जो प्रश्न अपने समाचारों में सामने रखे हैैं, पुलिस उन सवालों को भी शामिल करेगी।
एक कॉल से फंस गया विमल
दरअसल सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन कहा जाता है कि क्रिमिनल कितना भी शातिर हो, कुछ न कुछ गलती जरूर कर बैठता है। यही गलती विमल ने भी कर दी। पुलिस विमल की बहन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान विमल का फोन उसके मोबाइल पर आ गया। विमल ने उस स्थान की जानकारी दी, जहां वह खड़ा था। पुलिस ने घेराबंदी कराई तो विमल सनक गया और भागने की कोशिश करने लगा। तीन सब इंस्पेक्टर्स से विमल की गुत्थम गुत्था भी हुई। काफी संघर्ष के बाद विमल पुलिस के हत्थे चढ़ा।
हो सकती हैैं कई और गिरफ्तारी
पहले मिसिंग, फिर किडनैपिंग और उसके बाद मर्डर के इस सनसनीखेज मामले में 120 बी धारा(षडयंत्र में शामिल) बढ़ाई जा सकती है और कुछ लोगों के नाम भी शामिल किए जा सकते हैैं। पुलिस का मानना है कि विमल बहन की सास के मोबाइल से कॉल करता था, लिहाजा उनकी सास को शामिल किया जा सकता है। भांजे से बैग मंगवाया गया, भांजे को पूरे मामले की जानकारी थी, लिहाजा भांजे को शामिल किया जा सकता है। वहीं बहन से भी वह लगातार संपर्क में था लिहाजा बहन को भी शामिल किया जा सकता है। कुल मिलाकर कस्टडी रिमांड के दौरान इस मामले बहुत सी अनसुलझी कडिय़ां सामने आने वाली है।