कानपुर (ब्यूरो)। एकता हत्याकांड के आरोपी विमल सोनी की 48 घंटे की रिमांड पूरी होने के बाद फ्राइडे सुबह 8 बजे उसे जेल भेज दिया गया। इन 48 घंटों में पुलिस सीन रीक्रिशन किया। साथ ही पुलिस के 24 अफसरों ने पूछताछ की। इतना ही नहीं, एकता के पति राहुल गुप्ता से भी आमना सामना कराया गया। कुछ मिलाकर दो दिनों में 209 सवाल विमल सेे पूछे गए। जिसमें से उसने 87 सवालों के जवाब दिए। बाकी के सवालों में वह चुप रहा। पुलिस जल्द ही मामले में चार्जशीट दाखिल करेगी, लेकिन जिन 122 सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं, उसकी वजह से यह मर्डर अभी भी मिस्ट्री बना हुआ है। पुलिस की इन्वेस्टिगेशन से एकता के परविार वाले नाखुश हैं। उनका कहना है कि अभी तक उनके सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। पुलिस ने न तो अभी तक एकता का मोबाइल बरामद किया और न ही उसका पर्स। जबकि यह सबसे अहम सुराग है। वह मामले को सीबीआई जांच और सीएम से शिकायत करने की बात कह रहे हैं।
48 घंटों में पुलिस ने यह किया
थर्सडे को लखनऊ की फॉरेंसिक टीम कानपुर पहुंची और सीन रिक्रिएशन किया गया। फावड़े के बेंत, दरवाजे और ताले से फिंगर प्रिंट लिए। उस चाभी के फिंगर प्रिंट लिए गए जो विमल के पास थी। ग्रीन पार्क की जिम में क्रास स्टेनर, साइकिल, केबल क्रॉस बुलवर्कर, बेंच प्रेस, राइडिंग शोल्डर प्रेस एक्सरसाइज मशीने हैैं। इन मशीनों की जांच की गई। जिम के अंदर बाहर, ट्रेड मिल और बेंच से लिए प्रिंट कलेक्ट किए। जिम में मौजूद 9 लोगों का बयान लिए। वहीं, विमल की कार का स्टेयरिंग, गीयर और ओपन हैैंडिल से स्क्रैच कर रिसीड कलेक्ट की। कार में मिली रस्सी, टूटा हुआ क्लचर, टूटी चूडिय़ां और फुट मैट की डस्ट भी कलेक्ट की। कार में दो अलग अलग फुट प्रिंट मिले, जिसे एक एकता और दूसरा विमल का माना जा रहा है। टेक्निकल टीम ने मोटर इंजीनियर से 24 जून की सुबह कार का टेम्प्रेचर मेजर करने को कहा है।
मोबाइल मिल जाता तो खुल जाते कई राज
48 घंटे रिमांड के बाद भी पुलिस को न तो एकता का मोबाइल मिला है और न ही उसका पर्स। पुलिस ने विमल का बैग, डॉक्यूमेंट्स और 3 मोबाइल बरामद किए हैैं। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक अगर एकता का मोबाइल फोन बरामद हो जाता तो संभव था कि उससे कुछ और महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगते। अधिकारी का कहना है कि अगर जरूरत पड़ती है तो एक बार फिर आरोपी को रिमांड में लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी।
परिवार तो छोड़ो पुलिस के सवालों को भी टाल गया
विमल सोनी अत्यधिक शातिर निकला। 48 घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर उसने पुलिस और एकता गुप्ता के परिजनों के पूछे गए सवालों के जवाब तो दिए मगर जहां पर आरोपी फंसने लगता था वहां पर चुप्पी साध लेता था। इसकी पुष्टि एकता गुप्ता के पति राहुल ने भी की है। इसी वजह से पुलिस या परिवार वालों को कई सवालों के जवाब नहीं मिल सके।
साइकोलॉजिस्ट से भी छिपाया बहुत कुछ
पुलिस ने विमल का सामना साइकोलॉजिस्ट से भी कराया। जिन्होंने अपनी रिपोर्ट में विमल के पल-पल बदलते चेहरे के विचारों की चर्चा की। रिपोर्ट में कहा कि इनवेस्टिगेशन के दौरान विमल के चेहरे पर कुछ जरूरी चीजों को छिपाने के भाव थे, जिनसे वह अंदर ही अंदर पूरी तरह छिपा रहा था। इन सारी रिपोर्ट के बाद ये सामने आया है कि विमल ने जानबूझ कर कुछ प्रश्नों के उत्तर नहीं दिए, इन प्रश्नों में बड़े साहब के सरकारी आवास में मौजूद कर्मचारियों की मिलीभगत होने की बात भी कही गई थी।
कई महिलाओं से संपर्क में था विमल
24 जून को जब विमल जिम से निकल रहा था तो ये माना जा रहा है कि उसके साथ जिम के गेट तक कोई दूसरी महिला आई थी। यही वजह थी जिस पर एकता और विमल का कार के पास झगड़ा शुरू हुआ था। यही झगड़ा कुछ इस कदर बढ़ा कि पहले से हत्या का मंसूबा पाले विमल ने पूरी ताकत से एकता के चेहरे पर एक घूंसा जड़ दिया, जिससे एकता बिना कुछ कहे सुने अचेत हो गई। पुलिस सूत्रों की माने तो विमल का दूसरी महिलाओं से संपर्क ही एकता का पारा हाई कर देता था। हालांकि पूछताछ में विमल ने इस बात से इन्कार करते हुए कहा कि मैम शादी का विरोध कर रही थीं।