कानपुर (ब्यूरो)। 45 डिग्री से ज्यादा की गर्मी के साथ अव्यवस्थाओं की गर्मी से रोडवेज पैसेंजर्स बेहाल हैं। शहीद मेजर सलमान अंतर्राज्यीय बस अड््डे पर एसी बसों के पैसेंजर्स के लिए एसी वेटिंग हॉल बना हुआ है लेकिन इसका सिर्फ नाम एसी वेटिंग रूम है। दिखावे के लिए दो एसी भी लगे हैं लेकिन चलते कोई नहीं। जिसके चलते पैसेंजर्स पसीना बहाते हुए अपनी बसों का वेट करने के लिए मजबूर हैं। कई सप्ताह से ये प्रॉब्लम है। पैसेंजर्स के कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है। पैसेंजर्स खुले में तपते टिनशेड के नीचे बसों का इंतजार करते हैं।

ड्राइवर व कंडक्टर का कब्जा
मेट्रो स्टेशन के निर्माण कार्य की वजह से पुराना एसी वेटिंग रूम टूट गया था। जिसके बाद मेट्रो ने रोडवेज को वहां पर नया एसी वेटिंग रूम बनाकर दिया था। जिसको रोडवेज ऑफिसर्स ने दो पार्ट में कर एक भाग में एसी लगाकर पैसेंजर्स के लिए वेटिंग हॉल बना दिया। वहीं दूसरे हिस्से मेंं पंखे लगाकर ड्राइवर व कंडक्टर के लिए रेस्ट रूम बना दिया। वर्तमान में एसी वेटिंग रूम के दोनों एसी खराब पड़े है। जिसकी वजह से बसों के ड्राइवर व कंडक्टर ने वहां भी कब्जा कर लिया है। पैसेंजर को मजबूरी में खुले में बैठना पड़ता है।

20 हजार से अधिक पैसेंजर्स
झकरकटी अंतर्राज्यीय बस अड्डे से डेली एक हजार से अधिक बसों का आवागमन है। वहीं पैसेंजर्स की संख्या की बात करे तो डेली 20 हजार लोगों का आवागमन है। इनमें से 3 से 4 हजार पैसेंजर्स वो होते हैं जोकि एसी जनरथ बसों में सफर करते हैं। कई बार बस आने में देर हो जाती है तो उनके लिए एसी वेटिंग रूम की सुविधा डिपार्टमेंट की तरफ से मुहैया कराई गई है। लेकिन वेटिंग रूम का एसी खराब होने से पैसेंजर्स को पसीना बहाना पड़ रहा है।

गर्मी से लगातार हो रहीं मौतें
झकरकटी बस अड्डे पर हीट वेव की वजह से तीन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इससे साफ है कि हीट वेव से पैसेंजर्स को बचाने के लिए रोडवेज की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। डेढ़ सप्ताह पूर्व बस अड्डे में एक एसआई की भी मौत हो गई थी। वहीं एक सप्ताह के अंदर दो अन्य लोगों की बॉडी परिसर में मिल चुकी है। जिसकी मौत का कारण हीट वेव की बताया जा रहा है।

आफिसर्स गंभीर नहीं
झकरकटी बस अड्डे में कार्यरत एक कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एसी वेटिंग रूम का एसी खराब होने की सूचना कई बार दी जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। जिसकी वजह से वीआईपी पैसेंजर्स को यह समस्या फेस करनी पड़ रही है।