कानपुर (ब्यूरो)। पांच सौ करोड़ के रेवेंयू टारगेट को पूरा करने के लिए नगर निगम ने जीआईएस के बेस पर बिलिंग शुरू कर दी है, जिससे 70 वार्डो में स्थित घरों के हाउस टैक्स 5-5 गुना तक बढ़ गए और बिल 10-10 गुना तक पहुंच गए हैं। इसे लोग परेशान है। वहीं पार्षदों सहित कानपुराइट्स का कहना है कि नगर निगम ने अपना खजाना भरने की तैयारी कर ली है, लेकिन हजारों स्ट्रीट लाइट्स बन्द होने की वजह से महीनों से शहर की गली-रोड्स अंधेरे में डूबी पड़ी है। जिन्हें वह रोशन नहीं कर पा रहा है। इसकी गूंज नगर निगम सदन में ही नहीं पिछले दिनों तक सिटी आए सीएम योगी की मीटिंग में भी सुनाई दी।
खींचतान में बन्द है हजारों स्ट्रीट लाइट
नगर निगम इम्प्लाइज के मुताबिक 110 वार्डो में 1,23,557 स्ट्रीट लाइट हैं, इनमें से ज्यादातर लाइट्स को नगर निगम ने सेंट्रल गवर्नमेंट की कम्पनी एनर्जी एफिशियंसी सर्विसेज लिमिटेड के जरिए लगवाया था, इन लाइट्स की मेंटीनेंस की जिम्मेदारी भी कम्पनी के पास ही थी। लेकिन ईईएसएल ने नगर निगम पर 73 करोड़ रुपए पेमेंट न करने का आरोप लगाकर करीब एक साल पहले काम बन्द कर दिया।
न इम्प्लाई न उपकरण
इसके बाद बन्द हुई स्ट्रीट लाइट्स को चालू करना नगर निगम के लिए मुश्किलों भरा हो गया। क्योंकि नगर निगम के 49 में से 48 लाइनमैन रिटायर हो चुके हैं। स्विचमैन भी 150 बचे हैं। गलियां ही नहीं मेन रोड्स तक अंधेरे में डूबने लगी। अब शायद ही ऐसा कोई वार्ड हो जहां दर्जनों की संख्या में स्ट्रीट लाइट बन्द न पड़ी हो। कुल मिलाकर बन्द पड़ी स्ट्रीट लाइट्स की संख्या 20 हजार को पार कर चुकी है।
इस बीच मानसून सीजन आने और रोड्स पर गड्ढे होने से लोगों के लिए अंधेरा परेशानी का सबब बन गया। इसकी वजह से पार्षदों को मोर्चा संभालना पड़ा। नानकारी और जूही के पार्षद क्रमश: सुनील पासवान और शालू सुनील कनौजिया पोल पर स्ट्रीट लाइट सही करते हुए नजर आए। स्ट्रीट लाइट बन्द होने के पीछे एक और समस्या है। नगर निगम के पास इलेक्ट्रिसिटी वॉयर और स्विच ड्राइव आदि उपकरण ही नहीं है। हालांकि पिछले दिनों कार्यकारिणी सदस्यों के चुनाव के लिए बुलाए नगर निगम सदन में जोरदारी से यह मामला गूंजने पर खरीददारी के टेंडर किए गए।
सीएम से की गई शिकायत
इधर बीते थर्सडे को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीटिंग की तो उसमें भी बन्द स्ट्रीट लाइट्स का मुद्दा गूंजा था। इससे पहले सीसामऊ उत्तरी वार्ड के पार्षद लियाकत अली और सूटरगंज के मो। उमर ने बताया कि वार्ड में बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट्स छोटी-छोटी खराबियों की वजह से बन्द पड़ी हुई है। नगर निगम के पास जरूरत का सामान ही नहीं है।
इन मोहल्लों में खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट
चन्द्र विहार, काकादेव, फजलगंज, गोविन्दपुरी ब्रिज, श्याम नगर, सुजातगंज, सिविल लाइंस, केशवपुरम, नारायणपुरी, बौद्ध नगर, किदवई नगर, योगेन्द्र विहार, बजरंग विहार, शाफियाबाद, सरायं कम्पाउंड, मुखर्जी विहार, इन्द्रा नगर, बकरमंडी, चुन्नीगंज, साकेत नगर आदि