कानपुर (ब्यूरो)। खाकी के दामन पर लगातार लग रहे दाग से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ ही शासन भी चिंतित है। आए दिन किसी ने किसी न किसी अपराध में पुलिसकर्मियों का नाम आने से कमिश्नरेट पुलिस बदनाम हो रही है। ऐसे में खाकी चेहरे का साफ और बेदाग करने के लिए शासन के आदेश पर 45 साल से ऊपर की उम्र वाले पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार हो रही है। इन पुलिसकर्मियों को अब फील्ड पर रहने के लिए अग्निपरीक्षा देनी होगी। अगर ये अग्निपरीक्षा में सफल हो गए तो इन्हें फील्ड में 3 साल के लिए रखा जाएगा अन्यथा थानों और पुलिस ऑफिस में बैठकर बाकी की नौकरी कराई जाएगी। फिजिकली फिट और बेदाग पुलिसकर्मी ही अब फील्ड पर दिखाई देंगे।

शासन का मानना है कि फील्ड में रहने वाला पुलिसकर्मी शासन का चेहरा होता है। लिहाजा उसका साफ सुथरा, बेदाग और लचीला होना बहुत जरूरी है। किसी भी तरह की सिचुएशन हैंडल करने के लिए फिजिकली और मेंटली उसे पूरी तरह से मजबूत होना चाहिए। कार्रवाई करते समय किसी दबाव या लालच में न आए और पक्षपात न करे। अपने अधिकारियों को सही जानकारी पहुंचाए और कोई तथ्य छिपाए न। कानून और शासन की मंशा के मुताबिक काम करे। इसी को लेकर पुलिकर्मियों की लिस्ट तैयार की जा रही है।

कमिश्नरेट में 1400 पुलिसकर्मी दागी
पुलिस विभाग में अग्नि परीक्षा की कवायद क्यों करनी पड़ रही है इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि कानपुर कमिश्नरेट में 1400 पुलिसकर्मी दागी हैैं, जिनकी विभागीय जांच चल रही है। इनमें रेप, अपहरण, कस्टडी डेथ जैसे संगीन आरोप हैं। सीनियर ऑफिसर्स की माने शासन की मंशा किसी भी हालत में ब्लैकलिस्टेड पुलिस कर्मियों से काम कराने की नहीं है। इस वजह से लिस्टिंग की गई है।

शासन को भेजा मांगपत्र
शासन को शहर में 300 पुरुष पुलिसकर्मियों, 200 महिला पुलिस कर्मियों, 100 आम्र्ड पुलिस के जवान और 150 तकनीकी रूप से मजबूत पुलिस कर्मियों का मांग पत्र भेजा गया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जिलों में तैनात तेज तर्रार पुलिस कर्मियों की तैनाती कमिश्नरेट में दीपावली के पहले कर दी जाएगी। 350 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की मांग शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए भेजी गई है।

हाईवे पेट्रोलिंग के लिए छह टीमें
दो इंटरसेेप्टर और छह गाडिय़ां हाईवे पेट्रोलिंग के लिए रखी जाएंगीं। एक गाड़ी में एक महिला पुलिसकर्मी और दो पुरुष पुलिस कर्मी, एक ड्राइवर रहेगा। आने वाला मौसम कोहरे का होगा, जिसमें हादसे रोकने में ये टीम कारगर साबित होगी। इसके साथ ही दो एंबुलेंस एक डाउन रूट पर और एक अप रूट पर कमिश्नरेट पुलिस इंतजाम करने जा रही है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो 24 घंटे ये गाडिय़ां हाईवे सिक्योरिटी के लिए मौजूद रहेंगी। घायल हो अस्पताल पहुंचाने में मदद करेगी। इन गाडिय़ों में यूथ डेडिकेटेड टीम मौजूद रहेगी। विपरीत परिस्थितियों में इनके साथ डॉयल 112 की पीआरवी और संबंधित थाने की टीम भी काम करेगी।

कुल पुलिस कर्मी : 10,500
25 से 30 साल तक : 2580
31 से 35 साल तक : 2670
36 से 40 साल तक : 1130
41 से 45 साल तक : 2270
46 से 58 साल तक : 1850