कानपुर (ब्यूरो)। अब पुराने बिजली के मीटर लगाकर बिजली चोरी के खेल पर पूरी तरह लगाम लगेगी। केस्को पुराने खराब हो चुके मीटरों को तोडऩे के बाद उनकी नीलामी करेगा। जिससे ये मीटर फिर से यूज में न लाए जा सकें। इसके लिए केस्को के अधिकारी 10 लाख रुपये से शेङ्क्षडग मशीन खरीदेगा। मशीन में जाते ही बिजली मीटर के टुकड़े टुकड़े हो जाएंगे। मीटरों के मिसयूज के लगातार पकड़े जा रहे मामलों के कारण केस्को ने यह कदम उठाया है।
कई मामले आए पकड़ में
केस्को पुराने और उतारे गए बिजली मीटरों को तोडक़र नीलामी करेगा। बता दें कि हर साल हजारों की संख्या में केस्को में खराब मीटर इकट्ठा हो जाते हैं। पहले इन मीटरों को खोलकर कबाड़ के रूप में नीलाम किया जाता था। दो साल पहले पुराने मीटरों के दुरुपयोग का मामला पकड़ में आने के बाद इन्हें तोडक़र कबाड़ में बेचने का निर्णय लिया गया है। केस्को के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पहली बार केस्को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शेङ्क्षडग मशीन खरीदने जा रहा है।
कबाड़ी के यहां मिले थे केस्को के मीटर
आठ अप्रैल 2022 को कल्याणपुर के दयानंद विहार में कबाड़ी की दुकान में डेढ़ सौ पुराने बिजली के मीटर मिले थे। जांच में पता चला था कि सर्किल वन के क्षेत्रों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के बाद जो मीटर उतारे गए थे, उन्हें कबाड़ी को बेचा गया था। कबाड़ी अरुण कटियार और आवास की ओनर रजनी देवी के खिलाफ कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। हालांकि आज तक पुलिस और केस्को के अधिकारी यह पता नहीं लगा पाए हैं कि मीटर कबाड़ी तक कैसे पहुंचे।
रीङ्क्षडग स्टोर के बाद बदले जाते थे मीटर
मीटर रीडर और केस्को कर्मियों की साठगांठ से जिस कंज्यूमर की अधिक मीटर रीङ्क्षडग स्टोर हो जाती थी, उस मीटर को बदल दिया जाता था। इसके लिए पुराने मीटरों का उपयोग कर उपभोक्ता के घर में लगे मीटर रिकार्ड गायब कर दिया जाता था। जिससे असली मीटर में स्टोर रीडिंग पकड़ी न जा सके।