कानपुर (ब्यूरो)। कर्नलगंज में नजूल की जमीन एपी फैनी मामले की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने एसआईटी गठित कर दी है। अब कर्नलगंज पुलिस मामले की जांच कर रही थी। 3 सितंबर को एपी फैनी के मामले में लेखपाल विपिन कुमार ने 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। वहीं 5 सितंबर को तहसीलदार रितेश सिंह ने इस जमीन को प्रशासन के कब्जे में ले लिया था।
ये थी एफआईआर
लेखपाल तहसील सदर की तहरीर पर अलीगढ़ निवासी मो। रेव जॉनसन टी। जान, रेलवे कॉलोनी कानपुर निवासी अनिल कुमार, यशोदा नगर निवासी अर्पित मिश्र, किदवई नगर निवासी दीपक कुमार और गंगा विहार केडीए कॉलोनी निवासी दुर्योधन कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468,471 और 329 के तहत केस दर्ज किया गया था। लेखपाल ने अपनी तहरीर में बताया कि आरोपियों ने नजूल भूखण्ड स्थित ब्लॉक नं। 14 प्लाट संख्या-34 को अवैध तरीके से धोखाधड़ी और कूटरचना कर लिखापढ़ी कराते हुए भूखण्ड को काटकर अनैतिक लाभ लेकर अनाधिकृत रूप से प्राइवेट पक्षकारों को बेचा गया।
ये है नियम
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नजूल की भूमि की लीज अवधि समाप्त होने के बाद जमीन सरकार में निहित हो जाएगी। ये भूमि बालिका अनाथालय के लिए मान्य है। जांच में पाया गया कि ये भूखण्ड का आरोपियों ने इरशाद, सैफ, अनूप और दानिश को एग्रीमेंट किया। 28 जनवरी 2021 को तलाक महल निवासी सलीम को 450 वर्ग गज की जमीन लीज डीड पर दी गई। श्रेयश सचान को 100 वर्ग गज जमीन, 1690 वर्ग मीटर का कांट्रैक्ट इरशाद हुसैन, सैफ हुसैन, दानिश खलीली और अनूप कुमार जायसवाल को दी गई। 100 वर्ग गज के दो भूखण्ड शिव कुमार बेरिया को भी बेचे गए। जांच में पाया गया कि नजूल की बेशकीमती भूमि गलत तरीके से बेची गई।
जीतेंद्र के खिलाफ एनबीडब्ल्यू
नजीराबाद थाने में दर्ज एक मामले में अवनीश के साथी जीतेंद्र शुक्ला की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैैं। पुलिस की तमाम दबिश के बाद भी जीतेंद्र की अरेस्टिंग नहीं हो पा रही है। जीतेंद्र के खिलाफ कोर्ट से एनबीडब्ल्यू (गैरजमानती वारंट) जारी हो गया है। 25 हजार रुपये का ईनाम भी घोषित कर दिया गया है। सर्विलांस टीम समेत चार टीमें जीतेंद्र की गिरफ्तारी के लिए लगाई गई हैैं।
कमलेश के साथियों पर शिकंजा
कमलेश की गिरफ्तारी के बाद उसके साथी शानू लफ्फाज और मुशीर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैैं। वहीं कमलेश के फोन की सीडीआर बहुत लोगों के लिए गले की फांस बनने वाली है.कमलेश के वसूलीबाज पत्रकार साथी, केडीए के बाबू और अधिकारी, शहर के बिल्डर्स और कारोबारी पुलिस के राडार पर आ सकते हैैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो जल्द ही इन सभी लोगों को नोटिस जारी की जाएगी और उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।