कानपुर (ब्यूरो)। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से एफिलिएटेड स्कूलों को साल में एक बार अपना सेल्फ असेसमेंट करना होगा। इस काम के लिए सीबीएसई ने स्कूल क्वालिटी एसेसमेंट एंड एश्योरेंस फ्रेमवर्क (एसक्यूएएएफ) पोर्टल को जारी कर दिया है। इस पोर्टल में सेल्फ असेसमेंट करने के लिए स्कूल्स को सीबीएसई की वेबसाइट में जाना होगा। सेल्फ असेसमेंट करना हर स्कूल के लिए कंपलसरी है। सीबीएसई ने अपग्रेडेशन और एक्सटेंशन समेत कई फैसिलिटीज के लिए इस सेल्फ असेसमेंट को कंपलसरी कर दिया है। बताते चलें कि सिटी में सीबीएसई से एफिलिएटेड 121 स्कूल हैैं, जिनमें केवी भी शामिल हैैं। यह सेल्फ एसेसमेंट सभी स्कूलों को करना है।
बेहतर बनाने के लिए
इस सेल्फ असेसमेंट में स्कूल्स को एक स्कोर कार्ड जारी होगा। इस स्कोर कार्ड के जेनरेट होने के बाद स्कूल को अपनी क्वालिटी और स्टेटस पता लगेगा। चूंकि असेसमेंट प्रोसेस सीबीएसई की वेबसाइट के जरिए होना है इसलिए स्कूल्स के स्कोर की जानकारी सीबीएसई को भी हो जाएगी। ऐसे में खुद को सीबीएसई के सामने बेहतर पेश करने के लिए स्कूल्स को भी अपनी कंडीशन को सुधारना होगा। हालांकि सीबीएसई के स्कूलों में फैसिलिटीज बेहतर होती हैैं, लेकिन टॉप के स्कूल्स को तुलना के लिए खुद को बेहतर बनाए रखना होगा।
एक साल के लिए होगा मान्य
सीबीएसई के अनुसार सभी एफिलिएटेड स्कूलों को हर साल एक अप्रैल से 31 दिसंबर के बीच एसक्यूएएएफ पोर्टल पर सेल्फ असेसेमेंट करना होगा। स्कूल की ओर से पोर्टल पर प्रस्तुत सेल्फ असेसमेंट एक साल के लिए मान्य होगा। बोर्ड का सरस पोर्टल पर सेशन 2024-25 के लिए एफिलिएशन, स्विच ओवर, अपग्रेडेशन और एक्सटेंशन आदि के लिए सेल्फ एसेसमेंट कराने वाले स्कूलों के आवेदन को ही स्वीकार करेगा।
इन एरियाज में होगा असेसमेंट
एसक्यूएएएफ में स्कूल्स के मेजर आठ एरियाज को शामिल किया गया है। स्कूलैस्टिक प्रोग्रेस को 25 परसेंट, को स्कूलैस्टिक प्रोसेस को 15 परसेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर को 10 परसेंट, एचआर को 10 परसेंट, इंक्लूसिव प्रैक्टिसेज को 10 परसेंट, मैनेजमेंट एंड गवर्नेंस को 10 परसेंट और लीडरशिप को 10 परसेंट वेटेज दिया गया है। सेल्फ एसेसमेंट के समय स्कूल्स को इन्हीं एरियाज में अपने बारे में बताना होगा।
गार्जियंस को मिल सकता है बेनीफिट
सीबीएसई की ओर से सेल्फ एसेसमेंट को कंपलसरी करने के बाद गार्जियंस को इसका फायदा मिल सकता है। सीबीएसई के जानकार बताते हैैं कि आने वाले समय में कोई नया मैकेनिज्म तैयार करके सीबीएसई स्कूलों की रैकिंग जारी कर सकता है, जिससे गार्जियन को यह पता करने में आसानी होगी कि उनके सिटी का कौन सा स्कूल किस स्टेटस में है। हालांकि फिलहाल सीबीएसई का कहना है कि वह सेल्फ एसेसमेंट के आधार स्कूलों की रैैंकिंग जारी नहीं करेगा।
स्कूलों को एसक्यूएएएफ पर अपना सेल्फ एसेसमेंट करना कंपलसरी है। इन एसेसमेंट में एकेडमिक, एक्टिविटीज, एचआर और एडमिनिस्ट्रेशन समेत कई मेजर एरियाज को शामिल किया गया। एफिलिएशन रिन्यूवल, अपग्रेडेशन और एक्सटेंशन समेत सीबीएसई की ओर से दी जाने वाली कई फैसिलिटीज में सेल्फ एसेसमेंट के बाद ही आवेदन को स्वीकार किया जाएगा।
बलविंदर सिंह, डिस्ट्रिक कोआर्डिनेटर सीबीएसई