कानपुर (ब्यूरो)। हार्ट अटैक लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल ने कार्डियक पेशेंट की जान बचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब कार्डियक पेशेंट को अटैक की स्थिति में घर से ही ऑनलाइन ट्रीटमेंट मिलना शुरू हो जाएगा। इसके लिए कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में सिटी का कार्डियक कमांड सेंटर बनाया जाएगा। वहीं सिटी को ईस्ट, वेस्ट, नॉर्थ और साउथ जोन में बांट कर चारो जोन को अलग-अलग टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। टोल फ्री में नंबर आते की कार्डियक कमांड सेंटर से ऑनलाइन कार्डियक स्पेशलिस्ट पेशेंट या तीमारदार से 10 सवाल पूछेंगे। जिससे डॉक्टर को पता चल जाएगा कि यह कार्डियक अटैक है या फिर नार्मल चेस्ट पेन। कार्डियक अटैक की स्थिति में ट्रीटमेंट घर से ही शुरू कर दिया जाएगा। जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
तीन एम्बुलेंस कम आईसीयू मिल चुके
कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल के डायरेक्टर प्रो। राकेश वर्मा ने बताया कि इस सुविधा को शुरू करने के लिए आधुनिक तकनीक से लैस चार एंबुलेंस शासन से मांगी गई थी। जिसमें तीन एंबुलेंस आ चुकी हैं। यह एंबुलेंस कम चलता फिरता आईसीयू है। जिसमें लाइफ सेविंग मेडिसिन व सभी जरूरी उपकरण मौजूद है। उन्होनें बताया कि एक एंबुलेंस और आनी है। जिसके बाते ही यह सुविधा शुरु कर दी जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि जुलाई से कानपुराइट्स को यह सुविधा मिलने लगेगी।
35 करोड़ से आएगी यूपी की पहली कार्डियक सीटी मशीन
डायरेक्टर प्रो। राकेश वर्मा ने बताया कि कार्डियोलॉजी में हार्ट पेशेंट की सुविधा के लिए जल्द ही कार्डियक एमआरआई मशीन लगाने की तैयारी की जा रही है। जोकि यूपी की पहली मशीन होगी। उन्होंने बताया कि 3 टेस्ला कार्डियक एमआरआई मशीन सीएसआर फंड से लगाई जानी है। यह मशीन 35 करोड़ रुपए से आएगी। उनका दावा है कि यह मशीन अभी यूपी में प्राइवेट या गवर्नमेंट हॉस्पिटल में नहीं है। इसका लाभ यह होगा कि सिटी स्कैन व एंजियोग्राफी से भी जो बीमारी पकड़ में नहीं आती है वो इस मशीन से आसाीन से पकड़ में आ जाएंगी। इसके अलावा दिल से संबंधित की सभी बीमारियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा।
हॉस्पिटल में बढ़ जाएंगे 160 बेड
प्रो। राकेश वर्मा ने बताया कि हास्पिटल में इमरजेंसी व डेकेयर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाई जानी है। जिसके बजट की पहली किश्त 10 करोड़ रुपए शासन से आ चुकी है। जोकि हॉस्पिटल की तरफ से निर्माण करने वाली कंपनी को दे दिया गया है। इसी माह से बिल्डिंग का निर्माण कार्य शुरु हो जाएगा। उन्होंने बताया कि नई बिल्डिंग बनने से हॉस्पिटल में 160 इमरजेंसी व डेकेयर के बेड बढ़ जाएंगे। वर्तमान में हॉस्पिटल में 200 बेड इमरजेंसी लगाकर है। इसके बावजूद पेशेंट की वेटिंग लगी रहती है। बेड बढ़ जाने से कार्डियक पेशेंट को काफी राहत मिलेगी।
हाइब्रिड ओटी का प्रस्ताव शासन को भेजा
कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में हाईब्रिड ओटी के निर्माण के लिए डायरेक्टर ने बीते दिनों शासन को प्रस्ताव भेजा है। जिससे कार्डियक के अधिक से अधिक पेशेंट को लाभ मिल सके। वहीं वर्तमान की अपेक्षा डेली अधिक से अधिक ऑपरेशन किया जा सके। इससे ऑपरेशन की वेटिंग भी खत्म हो जाएगी।