कानपुर (ब्यूरो)। ब्रेन फैक्ट्री के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर आईआईटी कानपुर की इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के दम पर ग्लोबल लेवल पहचान हैै। कोरोना काल में यहां के मास्क, आक्सीजन कंसंट्रेटर और पोर्टेबल वेंटीलेटर ने न जाने कितनों को उस महामारी से राहत दिलाने का काम किया है। इसी के साथ साथ आईआईटी का हर डिपार्टमेंट सोसाइटी के बेटरमेंट के लिए कुछ नया करने की कोशिश में लगा रहता है। इंस्टीट्यूट का डाटा भी इसकी तस्दीक करता है। आईआईटी की ओर से एकेडमिक सेशन 2023-24 में जो पेटेंट दाखिल किए या जो पेटेंट ग्रांट हुए हैैं, उनकी संख्या बीते 10 सालों मे सबसे ज्यादा है। या फिर यूं कहें कि पेटेंट के मामले में आईआईटी ने खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

135 दाखिल, 216 ग्रांट
आईआईटी काउंसिल की बेवसाइट से मिले डाटा के अनुसार आईआईटी कानपुर ने एकेडमिक सेशन 2023-24 में 135 पेटेंट दाखिल किए हैैं। वहीं, 216 पेटेंट आईआईटी कानपुर के ग्रांट हुए हैैं। यह आईआईटी कानपुर के रिकॉर्ड में अभी तक एक एकेडमिक सेशन में सबसे ज्यादा दाखिल और पेटेंट पाने की संख्या है।

नौ टेक्नोलॉजी के किया डेवलप
आईआईटी ने पेटेंट पाने के साथ ही एकेडमिक सेशन 2023-24 में नौ टेक्नोलॉजिस को डेवलप किया है। इनके अलावा कई टेक्नोलॉजी को मार्केट में लाने के लिए कंपनियों को ट्रांसफर करने का काम भी किया है। यह वह टेक्नोलॉजी हैैं जो कि किसी न किसी नजरिए से सोशल वेलफेयर के लिए काम करेंगी। आम लोगों की लाइफ को ईजी बनाएंगी।

फैकल्टी और स्टूडेंट
आईआईटी में पेटेंट दाखिल करने वालों या पाने वालों की बात करें तो वह फैकल्टी या फैकल्टी की मेंटरशिप में काम करने वाले स्टूडेंट्स होते हैैं। उनकी ओर से जब कोई इनोवेशन किया जाता है तो आईआईटी की ओर से उस पर पेटेंट पाने के लिए आवेदन किया जाता है। पेटेंट ऑफिस की ओर से कई पैरामीटर्स पर टेस्टिंग के बाद पेटेंट ग्रांट होता है।

1200 पेटेंट पाए
आईआईटी की ओर से अभी तक 1200 पेटेंट पाए गए हैैं। हाल ही में ओरल कैंसर को डिटेक्ट करने वाली एक डिवाइस &मुुंह परीक्षक&य को डेवलप किया गया है जो कि बिना किसी दर्द या केमिकल के ओरल कैंसर का पता लगाती है। आईआईटी कानपुर के पहले पेटेंट की बात करें तो वह 1996 में मिला था जो कि डॉ। कुणाल घोष के नाम है।

क्या है पेटेंट
पेटेंट एक अधिकार है जो किसी व्यक्ति या संस्था को किसी बिल्कुल नई सर्विस, टेक्नोलॉजी, प्रोसेस, प्रोडक्ट या डिजाइन तैयार के लिए प्रदान किया जाता है ताकि कोई उसकी नकल नहीं तैयार कर सके। दूसरे शब्दों में पेटेंट एक ऐसा कानूनी अधिकार है जिसके मिलने के बाद यदि कोई व्यक्ति या संस्था किसी उत्पाद को खोजती या बनाती है तो उस उत्पाद को बनाने का एकाधिकार प्राप्त कर लेती है। यदि पेटेंट धारक के अलावा कोई और व्यक्ति या संस्था इसी उत्पाद को बनाती है तो यह गैरकानूनी होगा। पेटेंटधारक ने इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी तो पेटेंट का उल्लंघन करने वाला कानूनी मुश्किल में पड़ जायेगा। लेकिन यदि कोई इस उत्पाद को बनाना चाहता है तो उसे पेटेंटधारक व्यक्ति या संस्था से इसकी अनुमति लेनी होगी और रॉयल्टी देनी होगी।

बीते सालों में पेटेंट के आंकड़े
एकेडमिक सेशन पेटेंट दाखिल पेटेंट ग्रांट
2023-24 135 216
2022-23 114 127
2021-22 65 55
2020-21 61 59
2019-20 84 46
2018-19 47 24
2017-18 53 22
2016-17 52 10
2015-16 44 10
2014-15 56 08